अप्रैल के बजाय 15 मई से प्रदेश के पांच जिलों में शुरू होगा ट्रायल…ऑनलाइन पेमेंट के गेटवे में लगा वक्त
इंदौर। शहर में वाहन शोरूम (vehicle showroom) से ही वाहनों के नंबर मिलने की व्यवस्था के लिए जून तक इंतजार करना होगा। पहले यह व्यवस्था मई से शुरू होने की बात कही गई थी, लेकिन इसके लिए केंद्र के वाहन पोर्टल (vehicle portal) पर प्रदेश का सारा काम शिफ्ट करने के दौरान नए ऑनलाइन पेमेंट गेटवे (online payment gateway) जोडऩे का काम भी किया जा रहा है, जिसके कारण इसमें देरी हो रही है। 15 मई से प्रदेश के पांच जिलों में इसका ट्रायल शुरू किया जाएगा और जून की शुरुआत में ही इसे इंदौर सहित प्रमुख शहरों में लागू कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने देश में सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य सभी कामों के लिए वाहन पोर्टल तैयार किया है, वहीं लाइसेंस के लिए सारथी पोर्टल। देश के ज्यादातर राज्यों में इन पोर्टल पर ही काम किया जा रहा है। कुछ माह पहले इंदौर सहित प्रदेश के बाकी जिलों में भी लाइसेंस से जुड़े काम सारथी पोर्टल पर किए जा रहे हैं, वहीं अब जल्द ही वाहनों से जुड़े कामों के लिए वाहन पोर्टल पर काम शुरू किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इस पोर्टल अप्रैल से काम शुरू होना था, लेकिन इसे शुरू करने से पहले इसमें ऑनलाइन पेमेंट के नए तरीकों को भी आवेदकों की सुविधा के लिए जोड़ा जा रहा है, क्योंकि अब तक इसमें सिर्फ एसबीआई के माध्यम से ही पेमेंट किए जाने का विकल्प था। ऐसे में अगर किसी आवेदक के पास एसबीआई का अकाउंट नहीं है तो उसे बेवजह सिर्फ पेमेंट के लिए एमपी ऑनलाइन पर जाना पड़ता था। आवेदकों की सुविधा को देखते हुए अब इस पर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम सहित अन्य पेमेंट प्लेटफार्म को भी जोड़ा जा रहा है, जिससे कोई भी आसानी से वाहन से जुड़े किसी भी काम को आसानी से मोबाइल पर ही कर सके। इस व्यवस्था के कारण इसे लागू किए जाने में थोड़ा ज्यादा समय लग रहा है।
डीलर्स ही दे सकेंगे नंबर
वाहन पोर्टल पर काम शुरू होने के बाद किसी भी वाहन को बेचते वक्त वाहन डीलर्स जैसे ही वाहन का चेचिस नंबर डालेंगे, वैसे ही वाहन निर्माता कंपनी से वाहन की सारी जानकारी आ जाएगी। वाहन क्रेता का आधार नंबर डालने पर आधार से संबंधित सारी जानकारी अपने आप अपलोड हो जाएगी। इसी तरह शोरूम पर ही वाहन का बीमा करवाने पर बीमा कंपनी से जानकारी इंश्योरेंस इंर्फोमेशन ब्यूरो पर जाएगी और वहां से वाहन पोर्टल पर अपने आप दर्ज हो जाएगी। इन सभी जानकारियों में डीलर्स कोई परिवर्तन नहीं कर पाएंगे। इससे वाहन और वाहन मालिक की जानकारी में कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। नए सिस्टम में डीलर वाहन और मालिक से जुड़े अन्य दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड भी कर सकेगा। इसमें वाहन का इनवाइस, परिवहन विभाग से जुड़े क्रेता और डीलर्स के फार्म, फाइनेंस की जानकारी आदि शामिल होगी। सारी जानकारी वाहन पोर्टल पर दर्ज होते ही डीलर के सिस्टम पर ही वाहन पोर्टल के माध्यम से वाहन का नंबर मिल जाएगा। अभी भी सिस्टम इन औपचारिकताओं के बाद नंबर अलॉट कर देता है, लेकिन इसे डीलर्स नहीं देख पाते हैं। नए सिस्टम में जब डीलर्स नंबर देख पाएंगे, तो इसकी तुरंत नंबर प्लेट तैयार करवाकर वाहन पर लगाएंगे। इसके बाद ही वाहन को शोरूम से बाहर निकाला जा सकेगा।
जून से इंदौर में वाहन पोर्टल पर शुरू होगा काम
15 मई से प्रदेश के पांच जिलों विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद, आगर मालवा और श्योपुर में वाहन पोर्टल का ट्रायल पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू होने जा रहा है। इसमें सामने आने वाली परेशानियों को दूर करते हुए जून की शुरुआत से इंदौर-भोपाल सहित प्रमुख शहरों में इस व्यवस्था को शुरू कर दिया जाएगा। इस व्यवस्था का ट्रायल अप्रैल में होना था और मई में इसे इंदौर में शुरू होना था, लेकिन आवेदकों की सुविधा के लिए नए पेमेंट गेटवे जोड़े जाने के कारण इसमें थोड़ा समय लग रहा है।
– जितेंद्र सिंह रघुवंशी, आरटीओ इंदौर
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