उज्जैन। नगर निगम ने पिछले साल फिर से श्वानों की नसबंदी शुरु कर दी थी। इससे पहले कोरोना के कारण यह अभियान रूक सा गया था। इसके पूर्व निगम ने 7 हजार श्वानों की नसबंदी कराई थी। इसके बावजूद शहर में आवारा श्वानों की तादाद कम नहीं हुई है। नगर निगम ने एक बार फिर शहर से आवारा श्वानों को पकड़कर उनकी नसबंदी कराने का अभियान शुरु कर दिया है। उमरिया की संस्था द केयर ऑफ एनिमल द्वारा 2017 से यह नसबंदी की जा रही है। दावा किया जाता है कि तब से प्रतिवर्ष यह संस्था 5 से 7 हजार श्वानों की नसबंदी कर रही है। इसके विपरित अभी भी शहर में आवारा श्वानों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है।
शहर के सघन आबादी वाले क्षेत्र हो या फिर दूरदराज की नई कॉलोनियां कोई भी आवारा श्वानों से अछूता नहीं रहा है। शहर की मुख्य सड़कों से लेकर इंदौर रोड, देवास रोड, आगर रोड की सड़कों पर भी रात में श्वानों के झुंड वाहन चालकों के पीछे दौड़ते देखे जा सकते हैं। इधर जिला अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में अभी भी आवारा श्वानों का शिकार हुए लोग रेबिज के इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं। सुबह से शाम तक 20 से 30 लोग रोज श्वान का शिकार होने के बाद उपचार के लिए आ रहे हैं।
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