नई दिल्ली। देश में आने वाले कुछ महीनों में हवाई यात्रियों (air passengers) की संख्या में अच्छा खासा इजाफा (significant increase) हो सकता है। केयर रेटिंग की रिपोर्ट (Care Rating Report) के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान ये आंकड़ा 100 फीसदी से भी ऊपर जा सकता है। इसका सीधा फायदा ट्रैवेल और हॉस्पिटेलिटी क्षेत्रों (Travel and hospitality sectors) को मिलने का अनुमान जताया जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कोरोना (Corona) के पहले के स्तर के मुकाबले 93 फीसदी यात्री ट्रैफिक रहेगा, लेकिन इसके अगले साल ये बढ़कर 1.12 गुना हो जाएगा। साथ ही माना जा रहा है कि इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय ट्रैफिक में पूरी तरह रिकवरी आ जाएगी। केंद्र सरकार ने भी इस बारे में मंशा साफ जाहिर कर दी है कि वो फिलहाल पहले की तरह ट्रैवेल बैन के पक्ष में नहीं है।
विदेशों से आने वाले यात्रियों की कोविड रिपोर्ट होगी चेक
सरकारी सूत्रों के मुताबिक देश में फिलहाल विदेशों से आने वाले यात्रियों की कोविड रिपोर्ट चेक की जाएगी और उनकी रैंडम सैंपलिंग की जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि यात्रियों की बढ़ती संख्या का असर विमानन, ट्रैवेल, हॉस्पिटेलिटी जैसे तमाम क्षेत्रों में कारोबारी वृद्धि के तौर पर देखने को मिलेगा। इससे जाहिर है नौकरियों में भी इजाफा होगा जो देश की जीडीपी में भी निश्चित तौर पर योगदान देगा।
इस रिपोर्ट ने आठ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर चल रहे नौ एयरपोर्ट की वित्तीय स्थिति का भी आकलन किया है। इन्हीं से देश में हवाई यात्रियों के कुल ट्रैफिक का आधा हिस्सा आता-जाता है। केयर रेटिंग का मानना है कि यात्रियों की संख्या बढ़ने से हवाई अड्डों की वित्तवर्ष 2022-23 में आय 50 फीसदी बढ़कर 9,650 करोड़ रुपये के करीब पहुंच जाएगी।
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