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    कोरोना का नए वेरिएंट दुनिया का डरा रहा, इन देशों में लगायी गई सख्त पाबंदियां

  • November 28, 2021

    द हेग। कोविड-19 महामारी(corona pandemic) फैलने के तकरीबन 2 साल बाद दुनिया बीते दिनों सामने आए वायरस(virus) के नए स्ट्रेन (New Variants )से जूझती नजर आ रही है. वायरस (Virus) का यह स्वरूप(New Variants ) टीके के जरिए मुहैया कराई जा रही सुरक्षा को विफल करने की संभावना रखता है. WHO की एक समिति ने कोरोना वायरस(Corona virus) के नए स्वरूप को ‘ओमीक्रॉन’ (Omicron) नाम दिया है और इसे ‘बेहद संक्रामक चिंताजनक स्वरूप’ करार दिया है. इससे पहले इस श्रेणी में कोरोना वायरस (corona virus) का डेल्टा स्वरूप(Delta Variants) था जिससे यूरोप और अमेरिका (US) के कई हिस्सों में लोगों ने बड़े पैमाने पर जान गंवाई.



    कोरोना वायरस के नए स्वरूप के सामने आने के बाद से दुनिया के विभिन्न देश दक्षिण अफ्रीकी देशों से यात्रा पाबंदियां लगा रहे हैं ताकि नए स्वरूप के प्रसार पर रोक लगाई जा सके. WHO की सलाह पर ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, ईरान, जापान, थाईलैंड, अमेरिका, यूरोपीय संघ के देशों और ब्रिटेन सहित कई देशों ने दक्षिण अफ्रीकी देशों से यात्रा पर पाबंदियां लगाई हैं. विमानों का परिचालन बंद होने के बावजूद इस तरह के साक्ष्य हैं कि यह स्वरूप फैलता जा रहा है. बेल्जियम, इजराइल और हांगकांग के यात्रियों में नए मामले सामने आए हैं. जर्मनी में भी संभवत: एक मामला सामने आया है. हॉलैंड के अधिकारी दक्षिण अफ्रीका से आने वाले 2 विमानों में 61 यात्रियों के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद नए स्वरूप की जांच कर रहे हैं.

    बाइडन ने जताई चिंता
    अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने नए स्वरूप के बारे में कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह तेजी से फैलता है.’ नई यात्रा पाबंदियों की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने फैसला किया है कि हम सतर्कता बरतेंगे.’

    WHO भी नहीं सुलझा पा रहा गुथ्थी
    WHO ने कहा कि ओमीक्रॉन के वास्तविक खतरों को अभी समझा नहीं गया है लेकिन शुरुआती सबूतों से पता चलता है कि अन्य अत्यधिक संक्रामक स्वरूपों के मुकाबले इससे फिर से संक्रमित होने का जोखिम अधिक है. इसका मतलब है कि जो लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं और उससे उबर गए हैं, वे फिर से संक्रमित हो सकते हैं. हालांकि, यह जानने में हफ्तों का वक्त लगेगा कि क्या मौजूदा टीके इसके खिलाफ कम प्रभावी हैं.

    अमेरिका ने लगाए प्रतिबंध
    व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका सोमवार से दक्षिण अफ्रीका और क्षेत्र में 7 अन्य देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा. बाइडन ने कहा कि इसका मतलब है कि देश लौट रहे अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों के अलावा इन देशों से न कोई आएगा और न ही कोई वहां जाएगा. WHO समेत चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस स्वरूप के बारे में विस्तारपूर्वक अध्ययन किए जाने से पहले जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देने के खिलाफ आगाह किया है. लेकिन इस वायरस से दुनियाभर में 50 लाख से अधिक लोगों की मौत के बाद लोग डरे हुए हैं.

    UK भी लेगा एक्शन
    ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद (Sajid Javid) ने सांसदों से कहा, ‘हमें जल्द से जल्द हर संभव कदम उठाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.’ दक्षिणी अफ्रीका के साथ ही बेल्जियम, हांगकांग और इजराइल आने वाले यात्रियों में भी ओमीक्रॉन स्वरूप के मामले देखे गए हैं.

    दक्षिण अफ्रीका कर रहा विचार
    दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञों ने कहा कि अभी ऐसे कोई संकेत नहीं है कि क्या इस स्वरूप से अधिक गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं. अन्य स्वरूपों की तरह कुछ संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नहीं देखे गए हैं. हालांकि, कुछ आनुवांशिक बदलाव चिंताजनक लगते हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इससे जन स्वास्थ्य को कितना खतरा है. पहले कुछ स्वरूपों जैसे कि बीटा स्वरूप ने शुरुआत में वैज्ञानिकों को चिंता में डाला था लेकिन यह इतना ज्यादा नहीं फैला था.

    शेयर बाजार हो रहे प्रभावित
    नए स्वरूप ने दुनियाभर के शेयर बाजारों को तुरंत प्रभावित किया. एशिया, यूरोप और अमेरिका में की इंडेक्स गिर गए. जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने कहा, ‘यह नया स्वरूप कई समस्याएं पैदा करेगा.’ 27 देशों वाले यूरोपीय संघ (EU) के सदस्य हाल में संक्रमण के मामलों में वृद्धि का सामना कर रहे हैं.

    देशों ने लगाईं यात्रा पाबंदी
    ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के देशों और कुछ अन्य देशों ने शुक्रवार को नई यात्रा पाबंदियां लगाईं और इनमें से कुछ देशों ने नए स्वरूप का पता चलने के कुछ घंटों के भीतर पाबंदियां लगा दीं. यह पूछे जाने पर कि अमेरिका ने सोमवार तक का इंतजार क्यों किया, इस पर बाइडन ने कहा, ‘केवल इसलिए कि मेरे चिकित्सा दल ने यही सिफारिश की है.’

    उड़ानें स्थगित करने के पक्ष में EU
    यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन (Ursula von der Leyen) ने कहा, ‘उड़ानों को तब तक स्थगित किया जाना चाहिए जब तक कि हमें इस नए स्वरूप से उत्पन्न खतरे के बारे में स्पष्ट समझ न हो और इस क्षेत्र से लौटने वाले यात्रियों को सख्त पृथक-वास नियमों का पालन करना चाहिए.’ उन्होंने आगाह किया कि ‘उत्परिवर्तन से संक्रमण कुछ ही महीनों में दुनियाभर में फैल सकता है.’

    क्या टीके भी हो रहे असरदार
    बेल्जियम के स्वास्थ्य मंत्री फ्रैंक वैंडेनब्रुक (Frank Vandenbroucke) ने कहा, ‘यह एक संदिग्ध स्वरूप है. हम नहीं जानते कि क्या यह बहुत खतरनाक स्वरूप है.’ अमेरिकी सरकार के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने कहा कि ओमीक्रॉन का अभी अमेरिका में कोई मामला नहीं आया है. उन्होंने कहा, हालांकि हो सकता है कि यह अन्य स्वरूप के मुकाबले अधिक संक्रामक हो और इस पर टीके का उतना असर न हो लेकिन ‘हमें अभी निश्चित रूप से कुछ नहीं पता है.’ बाइडन ने कहा कि नया स्वरूप ‘गंभीर चिंता’ का विषय है और यह स्पष्ट होना चाहिए कि जब तक दुनियाभर में टीकाकरण नहीं हो जाता तब तक महामारी खत्म नहीं होगी.

    इजराइल में सामने आया मामला
    दुनिया के सबसे अधिक टीकाकरण करने वाले देशों में से एक इजराइल ने शुक्रवार को ऐलान किया कि उसके यहां मलावी से लौटे एक यात्री में कोरोना वायरस के नए स्वरूप का पहला मामला आया है. यात्री और 2 अन्य संदिग्ध लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है. इजराइल ने बताया कि तीनों ने टीके की खुराक ले रखी है लेकिन अधिकारी उनके टीकाकरण की वास्तविक स्थिति का पता लगा रहे हैं.

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