उज्जैन। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से 15 सितंबर तक कालेज की कक्षाएं शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से फस्र्ट और सेकंड ईयर के रिजल्ट का छात्रों को इंतजार है। आज से शुरू हुई कक्षाओं में बिना रिजल्ट के ही छात्र बैठेंगे, क्योंकि रिजल्ट आने में अभी और समय लगेगा।
कोरोना संक्रमण के दौर में कॉलेज में पढऩे वाले छात्रों की ओपन बुक परीक्षा ली गई थी। देरी से हुई इन परीक्षाओं की कॉपी जांचने में यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग की कड़ी परीक्षा हो रही है। यूजी-पीजी फाइनल ईयर के छात्रों के परीक्षा परिणाम तो यूनिवर्सिटी की ओर से समय पर दे दिए गए, लेकिन फस्र्ट ईयर, सेकंड ईयर के परीक्षा परिणाम अभी आना हैं। केवल बीएससी सेकंड ईयर का परीक्षा परिणाम ही 4 दिन पहले जारी हुआ है। अब बीकॉम, बीए और अन्य विषयों के परीक्षा परिणाम जारी होना हैं। यूनिवर्सिटी की मानें तो परिणाम आने में अभी एक महीना और लग सकता है। हालांकि बीच-बीच में परीक्षा परिणाम टुकड़ों में दिए जाएंगे। वहीं आज से शुरू हो रहे कालेज के शैक्षणिक सत्र में बिना परिणाम आए ही छात्रों को बैठाया जा रहा है। हालांकि कालेज में इस प्रकार परिणाम में देरी होना नई बात नहीं है।
सीईटी के परिणाम में 1 सप्ताह का और समय
यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा सीईटी में दावे-आपत्ति के बाद 20 सितंबर तक परिणाम आने की संभावना है। इसके बाद 30 सितंबर तक शुल्क जमा करने, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन आदि का कार्य समय निर्धारित किया गया है। यानी 1 अक्टूबर से पहले नए छात्रों की कक्षाएं शुरू होना संभव नहीं है।
ऑनलाइन ओर ऑफलाइन दोनों कक्षाएं
अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा सुरेश सिलावट ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार कॉलेजों में ऑफलाइन और ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जाएंगी। 50 इतनी क्षमता के साथ ऑफलाइन शिक्षण के निर्देश कॉलेजों को दे दिए गए हैं, वहीं ऑनलाइन कक्षाएं पहले से शुरू हो चुकी है। छात्रों को किसी प्रकार की दिक्कत ना है, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाएगा। कॉलेज अपने स्तर पर प्रथम प्रथम टाइम टेबल भी सुविधा अनुसार घोषित कर सकेंगे।
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