भोपाल। प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक गतिविधियों में भी तेजी आई है। जिसमें जिम्मेदारों की लापरवाही भी सामने आ रही है। जो आम लोगों की सेहत पर भारी पड़ सकती है। अभी तक सरकार के तीन मंत्री मोहन यादव, तुलसी सिलावट और ओमप्रकाश सकलेचा कोरोना संक्रमित होने के बाद भी भारत सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन कर चुके हैं। जिम्मेदार लोगों की लापरवाही का यह सिलसिला जारी है। अभी तक आधा दर्जन मंत्री, 10 विधायक एवं बड़ी संख्या में नेता कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। मंगलवार को उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इससे एक दिन पहले वे उज्जैन में भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ रहे। महाकाल की सवारी यात्रा में भी घंटे शामिल रहे। इस दौरान वे कई लोगों के संपर्क में आए। इससे पहले वे अपना सैंपल जांच के लिए दे चुके थे, लेकिन उन्होंने लापरवाही की। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ सकता है। भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार यादव को होम क्वारेंटाइन में रहना चाहिए था या फिर सामाजिक दूरी बनानी थी। लेकिन उन्होंने कोविड-19 को लेकर सरकारी गाइडलाइन का उल्लंघन किया। उन्होंने मंच साझा की और नेता एवं कार्यकर्ताओं के निकट संपर्क में भी आए।
अस्तपाल से छूटकर शपथ लेने पहुंचे थे सकलेचा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 जुलाई को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। वरिष्ठ विधायक ओमप्रकाश सकलेचा ने भी राजभवन पहुंचकर मंत्री पद की शपथ ली थी। इससे पहले सकलेचा कारेाना संक्रमित होने की वजह से अस्पताल में भर्ती थी। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के एक दिन बाद ही वे शपथ लेने के लिए राजभवन पहुंच गए थे। जबकि प्रोटोकॉल के तहत उन्हें सात दिन तक होम क्वारेंटाइन में रहना चाहिए था।
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