• img-fluid

    महाकाल का भांग श्रृंगार कराने वाले यजमानों का नंदी हाल के सूचना पटल पर प्रतिदिन नाम लिखा जाएगा

  • September 24, 2021

    • भक्तो से लेते हैं 5 हजार, मंदिर को जाते हैं 1100… लूट बंद हो

    उज्जैन। महाकाल मंदिर में प्रतिदिन भांग श्रृंगार होता है तथा अब श्रृंगार कराने वालों के नाम नंदी हॉल के सूचना पटल पर लिखे जाएंगे। मुख्य बात यह है कि मंदिर में धर्म की आड़ में व्यापार चल रहा है जिसका आभास भांग श्रृंगार में भी दिखाई देता है। भांग श्रृगार की 1100 रुपए की रसीद कटती है जबकि यजमान को 5 हजार रुपए देना होते हैं बाकि के 3900 रुपए में कितना मेवा मिष्ठान चढ़़ता है क्या पता।
    बाबा भोलेनाथ को भांग अतिप्रिय होती है इसके चलते परंपरा अनुसार महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग पर प्रतिदिन भांग का श्रृंगार किया जाता है और यह भांग का श्रृंगार प्रति दिन अलग-अलग यजमानों द्वारा कराया जाता है।


    महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग पर भांग का श्रृंगार कराने वाले यजमान का अब नंदीग्राम हाल सूचना पटल पर प्रतिदिन नाम लिखा जाएगा। मंदिर समिति प्रकाशन गणेश धाकड़ ने बताया कि महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग पर प्रतिदिन भांग का श्रृंगार किया जाता है एवं यह श्रृंगार अलग-अलग यजमानों के सौजन्य से होता है। कभी-कभी एक दिन का भांग श्रृंगार अनेक लोगों के सौजन्य से भी होता है। ऐसे में एक या एक से अधिक यजमानों द्वारा भांग श्रृंगार के लिए रसीद कटाई जाती है। उस परिस्थिति में भांग श्रृंगार किसके सौजन्य से हो रहा है यह स्पष्ट नहीं हो पाता है। भांग श्रृंगार के यजमानों की सार्वजनिक सूचना के लिए एवं इसकी पारदर्शिता के चलते भांग श्रंगार कराने वाले यजमानों का नंदी गृह सूचना पटल पर उस दिन के भांग श्रृंगार के सभी यजमानों का नाम लिखा जाएगा।

    Share:

    LPG Cylinder: सरकार कर रही सब्सिडी को लेकर नई प्लानिंग, जानें किसके अकाउंट में आएंगे पैसे

    Fri Sep 24 , 2021
    नई दिल्ली: आपके किचन के सिलेंडर को लेकर हमारे पास एक बड़ी खबर है. यह खबर आपके सिलेंडर की सब्सिडी से जुड़ी हुई है. सरकार के एक इंटरनल एसेसमेंट के मद्देनजर ऐसी संभावना नजर आ रही है कि एक एलपीजी सिलेंडर के लिए कस्टमर्स को 1,000 रुपये का पेमेंट करना पड़ सकता है. हालांकि, अभी […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    रविवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved