इंदौर। उपचुनाव की तैयारियां में जहां एक बार फिर भाजपा आगे है, वहीं कांग्रेस के खुद को तय मान लिए गए उम्मीदवार अवश्य जुटे हैं। कल सांवेर में कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू के कार्यालय का उद्घाटन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने लगभग 20 उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं, जिन्हें दिल्ली भेजा जाएगा, जहां से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी इन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी। इनमें लगभग 15 सीटें ऐसी हैं जहां पर सिंगल नाम ही तय कर भेजा जाएगा। कल कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची को लेकर सोशल मीडिया पर जो जानकारी सामने आई थी उसे प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने फर्जी बताया।
27 सीटों पर उपचुनाव होना है। लिहाजा मीडिया में रोजाना उम्मीदवारों के नाम उजागर किए जाते हैं। कल भी ये समाचार आया कि 15 सीटों पर नाम घोषित ही कर दिए हैं, जिसका बाद में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने खंडन भी किया। प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा के मुताबिक मीडिया व सोशल मीडिया में कांग्रेस प्रत्याशियों की जो सूची वायरल हो रही है वह पूरी तरह से भ्रामक और कूटरचित है। इसके पीछे भाजपा का ही हाथ है। वह ही इस तरह की अफवाह फैलाती है। अभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने किसी भी प्रत्याशी की घोषणा या सूची जारी नहीं की है। कांग्रेस प्रत्याशियों का कहना है कि 15 सीटों पर सिंगल नाम जरूर तय हुए हैं। वहीं अन्य सीटों पर दो या तीन संभावित उम्मीदवारों के नाम हैं। ये सभी नाम अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को दिल्ली भेजे जाएंगे और वहीं से अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने संभावित प्रत्याशियों के चयन को लेकर सर्वे भी करवाया था। उसके आधार पर भी सूची तैयार की जा रही है। हालांकि अभी आयोग ने उपचुनाव कब होंगे उसकी कोई तिथि तय नहीं की है। नियम के मुताबिक 6 माह में चुनाव करवाए जाना चाहिए। क्योंकि मार्च में प्रदेश सरकार को तख्ता पलटा था और कांग्रेस की बजाय भाजपा की सरकार बनी और जिन विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ले ली उनके निर्वाचन शून्य हो गए, जो कि अब उपचुनाव से भरे जाएंगे। 27 सीटों पर ये उपचुनाव सितम्बर अंत तक करवाए जाना थे, लेकिन आयोग ने तैयारियां अवश्य शुरू करवा दी है, लेकिन घोषणा अभी नहीं की है। लिहाजा उम्मीद है कि अगले माह अक्टूबर में चुनाव करवाए जा सकते हैं। हालांकि अभी कोरोना के साथ-साथ प्रदेश में बारिश और बाढ़ का भी कहर है, जिसके चलते फिलहाल उपचुनाव के लिए बेहतर स्थिति नहीं है। हालांकि कांग्रेस की तुलना में भाजपा ने उपचुनाव की तैयारी ज्यादा तेजी से की है। खुद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के चुनावी दौरे शुरू हो गए हैं। पिछले दिनों इंदौर आए मुख्यमंत्री ने सांवेर उपचुनाव के मद्देनजर 150 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों के शिलान्यास भी किए। वहीं कांग्रेस में संगठन की बजाय खुद उम्मीदवार द्वारा ही ज्यादा मेहतर की जाती है
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