उज्जैन। शहर में नगर निगम के पशु पकड़ो अभियान का असर कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। शहर के प्रमुख मार्गों व बाजारों में पशुओं का झुंड विचरण करता आसानी से देखा जा सकता है। शहर की आबादी 7 लाख से अधिक है। इतनी आबादी को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराना नगर निगम का दायित्व है लेकिन निगम के अधिकारी शहर की जनता को आवारा मवेशियों की समस्या से निजात दिलाने में असफल साबित हो रही है। इन आवारा मवेशियों के कारण कई बार वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं। शहर के नागरिकों का कहना है कि उज्जैन के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है।
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