इंदौर। पेट्रोलियम मंत्रालय ने कुछ समय पूर्व पेट्रोल-डीजल की घर पहुंच आपूर्ति शुरू करवाई और इसके लिए टैंकरों में बने विशेष पम्प को अनुमति भी दी। इंदौर जिले में भी ऑइल कम्पनियों ने कुछ अनुमतियां इस तरह दी है। मगर कल प्रशासन की जांच में चलता-फिरता एक पेट्रोल पम्प फर्जी पाया गया, जिसके माध्यम से अवैध रूप से एकत्रित किए गए डीजल की बिक्री की जा रही थी। टैंकर सहित पम्प को जब्त किया ही, साथ ही 3810 लीटर डीजल भी राजसात होगा। वहीं एफआईआर भी कराई जाएगी। पम्प और टैंक लॉरी का संचालन कांग्रेस नेता गोकुलसिंह बघेल द्वारा किया जा रहा था और कार्रवाई की भनक पडऩे पर एक अन्य पेट्रोल पम्प पर डीजल खाली करने का भी प्रयास किया।
कई बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों-उद्योगों के लिए इस तरह की सुविधा ऑइल कम्पनियों ने शुरू की थी, जिसमें पेट्रोल-डीजल के टैंकर के साथ ही पम्प की सुविधा भी दी गई, ताकि इस चलते-फिरते पम्प के जरिए आसानी से भी सप्लाय की जा सके। भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑइल और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कम्पनियों द्वारा देश के कई हिस्से में इस तरह के मोबाइल पेट्रोल पम्प शुरू करवाई, जिनके लिए बकायदा ऑइल कम्पनियों द्वारा लाइसेंस अनुमति दी जाती है। वहीं सुरक्षा के मापदंडों का भी पालन करवाया जाता है। अभी मुखबीर से प्रशासन को सूचना मिली कि राऊ-पीथमपुर रोड पर ग्राम भैंसलाय में कटारिया इंटरप्राइजेस के कार्यालय पर अवैध डीजल की बिक्री हो रही है।
कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर ने तुरंत ही मौके पर जांच टीम भेजी, जिसमें जिला आपूर्ति नियंत्रक मोहन मारू, सहायक प्रमोद गुप्ता, दिलीप मनवारे, अंकुर गुप्ता और राहुल शर्मा शामिल रहे। स्वामी नारायण किसान सेवा केन्द्र सेमलिया चाऊ का टैंकर एमपी 09 जीएच 9511 मिला, जिसके पास कोई वैध ऑइल कम्पनी की अनुमति-दस्तावेज नहीं पाया गया। नतीजतन टैंकर के साथ 3810 लीटर डीजल जब्त कर सैम्पल भी लिए गए।
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