सावन का महीना 25 जुलाई से शुरू होने वाला है। सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को है। सावन के महीने में भगवान शिव (Lord Shiva) की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भोले भक्त इस पूरे महीने शिव को प्रसन्न करने के प्रयत्न करते हैं। इस महीने में कुछ खास कार्य शुभ माने जाते हैं वहीं कुछ कार्य करने की मनाही है। ज्योतिष विशषेज्ञ बता रहे हैं कि सावन (savan) के महीने में कौन से काम करने चाहिए और किन कामों को करने से बचना चाहिए।
सावन में करें ये काम
सावन में आपके द्वारा की जाने वाली सारी पूजा (worship) भगवान शिव पर केंद्रित होनी चाहिए। सावन के महीने में हर दिन भगवान शिव को जल अर्पित करना चाहिए। अगर आप हर दिन जल अर्पित नहीं कर पा रहे हैं तो सावन के हर सोमवार को मंदिर जाकर भगवान शिव को चंदन का तिलक लगाएं, पुष्प अर्पित करें और उन्हें जल चढ़ाएं। ये करने से जीवन में सुख आता है।
सावन के महीने में अपने खान-पान को अच्छा रखें। सावन के महीने में हल्का भोजन करें और ऐसा भोजन करने से बचें जिन्हें पचाने में ज्यादा समय लगता हो। ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में पाचन तंत्र(Digestive System) धीमी गति से काम करता है। अगर इस मौसम में खानपान सही नहीं रखा गया तो सेहत खराब भी हो सकती है।
जो लोग किसी बीमारी से लंबे समय से परेशान हैं, वो सावन के महीने में महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra) का जाप करें। आप घर में किसी पंडित को बुलाकर भी इस मंत्र का जाप करें। इससे आप पूरे साल निरोग और स्वस्थ रहेंगे। सावन के महीने में जो लोग हर दिन आरती करते हैं, उन्हें भोले शंकर का विशेष आशीर्वाद मिलता है।
सावन में ना करें ये काम
सावन के महीने में मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। जो लोग नॉनवेज खाते हैं उन्हें सावन के महीने में इससे परहेज करने की कोशिश करनी चाहिए। इससे आपका पेट और स्वास्थ्य दोनों ठीक रहेगा।
झूठ बोलकर कोई काम ना करें
झूठ का सहारा लेकर कोई काम ना करें। भोले शंकर छोटी सी पूजा से भी प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन जो लोग झूठ का सहारा लेकर काम करते हैं, उन्हें भगवान शुभ फल नहीं देते हैं।
बड़े-बुजुर्गों को प्रसन्न रखें
इस महीने में बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद बहुत फलता है। उनके अनादर से बचें और सेवा भाव से उन्हें प्रसन्न रखें। कोई भी ऐसा कटु वचन ना बोलें जिससे उनका मन दुखी हो जाए या वो नाराज हो जाएं। क्रोध से बचें और घर के सभी सदस्यों के साथ अच्छा व्यवहार करें। क्रोध करने से जीवन में नकारात्मकता आती है।
व्रत को अधूरा ना छोड़ें
अगर आप सावन के महीने में सोमवार का व्रत रख रहे हैं तो उसके नियमों का पूरी तरह पालन करें। व्रत को कभी भी अधूरे में नहीं छोड़ना चाहिए। जैसे कि कुछ लोग चार सोमवार व्रत का संकल्प लेते हैं लेकिन दो ही करके छोड़ देते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर आप सक्षम नहीं है तो व्रत करने का संकल्प ना लें। व्रत के दौरान आपका आचरण पूरी तरह पवित्र रहना चाहिए। इससे सावन का महीना आपके लिए बहुत ही शुभ फलदायी होगा।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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