इन्दौर। शहर के एक डॉक्टर के साथ हुई तीन करोड़ की ठगी के मामले में पुलिस की जांच में दो बाते सामने आई है। यह पैसा कई खातों से होते हुए कम्बोडिया गया है, वहीं कुछ ऐजेंटो ने ठगी के पैसे से प्लाट खरीदे है। इनकी अब क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। शहर के एक डॉक्टर को कुछ दिन पहले कुछ लोगों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा और फिर शेयर ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर उसके साथ तीन करोड़ आठ लाख की ठगी की थी। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच की तो इंदौर और आस-पास के कुछ लोगों के खातों से होते हुए यह पैसा कई और खातों में गया था। इस पर क्राइम ब्रांच ने एक एक कर आनंद, मोहित, मोहम्मद रेहान, शाहरूख और एजाज को पकड़ा। इन लोगों ने बताया कि उन्होने अपने बंैक खाते कमिशन के चक्कर में कुलदीप पगारे और अमन नामदेव को दिए थे। इस पर क्राइम ब्रांच ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया, वहीं क्राइम ब्रांच ने इस मामले में 112 बैंक खाते ब्लॉक करवाए है, लेकिन केवल 50 हजार ही ब्लॉक हो सके।
बाकी का पैसा निकाल लिया गया था, जांच में पुलिस को पता चला है कि यह सब पैसा कई खातों से होते हुए कम्बोडिया गया है। इसके कुछ प्रमाण पुलिस को मिले है। इन आधार पर जांच की जा रही है, वहीं यह भी पता चला है कि दो आरोपियों ने ठगी के लिए किराए पर खाते उपलब्ध करवाने से मिले पैसे से धार रोड की कुछ टाउनशिन में प्लाट लिए है। अब पुलिस उसकी जानकारी निकाल रही है, ताकि प्लाट को राजसात कर कुछ राशि बरामद की जा सके। इस संबंध में एडीसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि जांच में कुछ ऐसे प्रमाण मिले है। जिससे ऐसा लगता है कि यह पैसा कम्बोडिया में बैठे गिरोह के सरगनाओं तक पहुचा है। ज्ञातव्य रहे कि इसके पहले भी इंदौर में डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड और ऑन लाइन सट््टे का पैसा दुबई, सिंगापुर, पाकिस्तान और कम्बोडिया जैसे देशों में बैठे ठगों के पास पहुंचा है।
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