भोपाल/भिंड। प्रदेश के नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया के भिंड के मेहगांव स्थित बंगले पर हमला करने वाले आरोपियों में से एक भूरे यादव मंत्री का साथी रहा है। बताया गया कि उपचुनाव के दौरान भूरे यादव मंत्री के साथ था। उसके खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई प्रस्तावित थी, लेकिन मंत्री ने ही यह कार्रवाई रुकवाई थी। सभी आरोपी रेत कारोबार से जुड़े बताए जा रहे हैं। भूरे यादव रेत खदान से जुड़ा हुआ है। किसी दूसरे को रेत का काम मिलने से भूरे नाराज था। हमले के पीछे की वजह रेत को ही बताया जा रहा है। पुलिस ने जिस भूरे यादव को आरोपी बनाया है। उसे मंत्री का ही करीबी बताया जा रहा है। मंत्री के साथ आरोपी के फोटो भी वायरल हो रहे हैं। बताया गया कि उपचुनाव के दौरान आरोपियों ने मंत्री के पक्ष में ही काम किया था।
जिन जिलों में सिर्फ खानापूर्ति, वहां माफिया शांत
ग्वालियर-चंबल के आठ जिलों माफिया हावी है। लेकिन ज्यादातर जिले माफिया विरोधी अभियान की खानापूर्ति कर रहे हैं। श्योपुर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में अभियान के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। माफिया बदस्तूर अपना काम कर रहा है। प्रशासन ने ज्यादा सख्ती नहीं की है। इस वजह से इन जिलों में कोई टकराव की स्थिति सामने नहीं आई है। अवैध शराब कांड के बाद से मुरैना में माफिया शांत बैठ गया है। शराब माफिया के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है।
मंत्री, विधायकों को हिस्सा देते हैं अवैध रेत खनन करने वाले: दिग्विजय
प्रशासन पर माफिया के हमलों की घटनाओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि अवैध रेत उत्खनन करने वाले लोग शासन, प्रशासन, विधायक, मंत्रियों को हिस्सा देते हैं। क्योंकि यह उनका काम है। पैसे भी लेते हो और कार्रवाई भी करते हो। ऐसे में हमला होना तो तय है। सब मिली भगत है। उनका कहना है कि प्रशासन चाहे तो एक दिन में अवैध उत्खनन को बंद करा सकता है।
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