नई दिल्ली: आपसी मनमुटाव भुलाकर आज बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक हुई. 1 अणे मार्ग पर हुई इस बैठक में अगले साल यानी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के 30 से ज्यादा नेताओं ने मंथन किया. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ अब आम आदमी पार्टी को कांग्रेस का समर्थन मिल गया है.
सूत्रों ने बताया है कि बैठक मेंकांग्रेस ने आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समझाया कि राज्यसभा में जब भी अध्यादेश का मामला आएगा, तब हम सभी समान विचारधारा वाले दल मिलकर आम राय से फैसला कर लेंगे. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी की इस बात से अरविंद केजरीवाल संतुष्ट नज़र आए.
अब राज्यवार बैठकों का सिलसिला होगा शुरू
विपक्षी दलों की इस बैठक के बाद अब राज्यवार बैठकों का सिलसिला शुरू होगा, उन दलों के बीच जिसका जहां स्टेक है. एक सब ग्रुप भी बनाया जा सकता है. उसके नेतृत्व या संयोजन का जिम्मा नीतीश कुमार या एनसीपी चीफ शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता को मिल सकता है, क्योंकि हर बार सभी नेताओं का एक साथ मिलना सम्भव नहीं है. हालांकि, इसकी घोषणा आज की जाएगी या बाद में, यह अभी तय नहीं है.
करीब ढाई घंटे तक चली यह बैठक
बता दें कि नीतीश कुमार के आवास पर करीब ढाई घंटे तक यह बैठक चली. बैठक में लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ रणनीति पर चर्चा हुई. सूत्रों की मानें तो बैठक के दौरान लालू यादव ने साफ़ कहा कि सीटों की संख्या पर राज्य स्तर पर ही समझौता हो जाना चाहिए. मतलब, जिस सूबे में जो जितना मजबूत उसकी उतनी दावेदारी. इस बैठक से पहले राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी देश को तोड़ रही है और नफरत-हिंसा फैला रही है.
बैठक में किन-किन नेताओं ने लिया हिस्सा?
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