डेलरे बीच : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप चरम पर है. एक नई रिपोर्ट में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई उदाहरणों का विवरण दिया गया है, जिसमें वे अमेरिकी सेना के सदस्यों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं, जिन्हें पकड़ लिया गया है या मार दिया गया है. आरोप है कि फ्रांस में बने अमेरिकी सैनिकों के कब्रिस्तान में वर्ष 2018 में ट्रंप की जाने की इच्छा नहीं थी. ट्रंप ने उन अमेरिकी सैनिकों को ‘हारे हुए लोग’ बताया था. हालांकि, ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से झूठी है.
अमेरिकी सैनिकों को कहा ‘हारे हुए लोग’
आरोपों को पहली बार अटलांटिक में रिपोर्ट किया गया था. रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी (जो घटनाओं के बारे में पहले से जानते हैं और एक वरिष्ठ अमेरिकी मरीन कॉर्प्स अधिकारी हैं) ने 2018 में कब्रिस्तान में की गई टिप्पणियों सहित द एसोसिएटेड प्रेस में प्रकाशित कुछ टिप्पणियों की पुष्टि की. रक्षा अधिकारी ने कहा कि ट्रंप ने टिप्पणी की थी. उन्होंने बताया कि 10 नवंबर, 2018 की सुबह राष्ट्रपति ट्रंप दैनिक ब्रीफिंग के बाद पेरिस में कब्रिस्तान का दौरा करने वाले थे. नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल और सीक्रेट सर्विस के कर्मचारियों ने ट्रंप को बताया कि बरसात के मौसम में हेलीकॉप्टर से कब्रिस्तान की यात्रा करना जोखिम भरा है, लेकिन वे वहां सड़क से जा सकते हैं. तब ट्रंप ने जवाब दिया कि वह कब्रिस्तान का दौरा नहीं करना चाहते, क्योंकि यह हारे हुए लोगों से भरा है. अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि व्हाइट हाउस ने उस समय खराब मौसम को यात्रा रद्द करने का दोषी ठहराया.
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