मुंबई: ‘आदिपुरुष’ का सिर्फ भारत में ही बल्कि नेपाल में भी रिलीज के बाद से विरोध हो रहा है. नेपाल में प्रभास और कृति सैनन स्टारर फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. काठमांडू के मेयर ने मेकर्स से माफी मांगने के लिए कहा था और फिल्म में एक गलती को सुधारने की मांग की थी. नेपाल में फिल्म पर प्रतिबंध लगने के बाद ‘आदिपुरुष’ के मेकर्स ने काठमांडू के मेयर से माफी मांगी है. माफी मांगते हुए, मेकर्स ने नेपाल की राजधानी में हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया और कहा कि सीता ‘भारत की बेटी’ थीं, इस गलती को सुधार लिया गया है.
दरअसल, ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) में देवी सीता को भारत की बेटी बताया गया था, जिससे नेपाल के लोग नाराज थे. सीता के जन्म को सदियों से विवाद है. भारतीयों का कहना है कि सीता का जन्म बिहार के सीतामढ़ी में हुआ था, जबकि नेपाल दावा करता है कि नेपाल के जनकपुर में सीता का जन्म हुआ था. इसलिए नेपाल ने सीता को भारत की बेटी बताना पर आपत्ति जताई थी और ‘आदिपुरुष’ समेत हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाया था.
नेपाल में हिंदी ‘आदिपुरुष’ और अन्य हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध को देखते हुए मेकर्स ने एक माफीनामा लिखा है. यह पत्र टी-सीरीज ने लिखा है. इसमें लिखा है, “अगर हमने किसी भी तरह से नेपाल के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो हम सबसे पहले माफी मांगते हैं. ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया था.”
‘आदिपुरुष’ के मेकर्स ने नेपाल से की सपोर्ट देने की अपील
पत्र में आगे लिखा, उल्लेख “बतौर भारतीय, दुनिया भर में महिलाओं का सम्मान हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम आपसे फिल्म को उसके कलात्मक रूप को देखने का अनुरोध करते हैं. हमारे इतिहास में रुचि बनाए रखने और ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस तक पहुंचाने के लिए आपसे सपोर्ट देने का अनुरोध करते हैं.”
नेपाल में ‘आदिपुरुष’ पर प्रतिबंध
बता दें, काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने शहर में सभी भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके साथ ही उन्होंने शहर में पुलिस बल भी तैनात कर दिए जो कि नजर रख सकें कि किसी भी सिनेमाघर में भारत में बनी फिल्मों की स्क्रीनिंग न हो सके. बालेन शाह ने कहा था कि सीता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ. आदिपुरुष ने नेपालियों का सांस्कृतिक अतिक्रमण किया है.
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