इंदौर (Indore)। अगले महीने से संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इसको लेकर चुनाव प्रभारी भी संगठन द्वारा नियुक्त किए जा चुके हैं। पहले बूथ अध्यक्ष और उसके बाद मंडल अध्यक्षों का चुनाव होना है। हालांकि कई पदों पर आपसी सहमति या बिना निर्वाचन के ही सिंगल नाम घोषित कर चयन कर लिए जाने की संभावना अधिक है। 1 सितम्बर से शुरू हुआ सदस्यता अभियान इस महीने की आखिरी तारीख को समाप्त हो जाएगा। हालांकि प्राथमिक सदस्यता का अभियान पूरा हो गया है और अब सक्रिय सदस्य बनाने का काम चल रहा है। जो प्राथमिक सदस्य 100 सदस्य बनाएगा, उसे 100 रुपए ऑनलाइन जमा करने के बाद सक्रिय सदस्य बना दिया जाएगा।
सक्रिय सदस्य के रूप में वह कार्य करेगा। हालांकि पार्टी के संविधान में ऐसे ही सदस्य को किसी पद या चुनाव के उम्मीदवार के रूप में चुना जाता है। कल भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और सदस्यता अभियान प्रभारी सुदर्शन गुप्ता, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, बाबूसिंह रघुवंशी और सत्यनारायण सत्तन जैसे वरिष्ठ नेताओं के यहां उन्हें सक्रिय सदस्य बनाने पहुंचे। सक्रिय सदस्य बनाने का अभिायान 30 अक्टूबर तक जारी रहेगा। हालांकि इस अभियान को जल्दी पूरा करने की तैयारी है, क्योंकि अगले सप्ताह से त्योहारी माहौल शुरू हो जाएगा। ऐसे में बचे हुए 5 दिन कुछ काम नहीं हो पाएगा, वहीं संभावना है कि पार्टी इसी को लेकर तारीख भी बढ़ा सकती है।
अगर तारीख नहीं बढ़ी तो अगले महीने से बूथ अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बूथ के बाद मंडल अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। इंदौर में मंडल अध्यक्षों का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है और एकसाथ सभी 28 मंडलों के अध्यक्ष घोषित कर दिए जाएंगे। जिस प्रकार पिछली बार पार्टी ने युवा चेहरों का तवज्जो दी थी, उसी तरह इस बार भी युवा चेहरे ही इन पदों पर नजर आएंगे। दिसम्बर में नगर अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का निर्वाचन भी होने की संभावना है। फिलहाल बूथ और मंडल अध्यक्षों को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने अपने समर्थकों के नाम निकालना शुरू कर दिए हैं। मंडल अध्यक्ष भी अधिकांश विधायकों के पक्ष में ही बनते हैं, इसके लिए भी दावेदारों ने सक्रियता दिखाना शुरू कर दी है। भाजपा में मंडल अध्यक्ष एक महत्वपूर्ण इकाई होता है और चुनाव तथा संगठन में उसकी अहम भूमिका होती है, ऐसे में इस पद पर कई बड़े नेता अपने समर्थकों को ही बिठाना चाहते हैं और होता भी यही आया है। हालांकि ऊपरी तौर पर संगठन लोकतांत्रिक व्यवस्था का हवाला देते हुए निर्वाचन के माध्यम ेसे ही संगठन के पद भरे जाने की बात करता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved