चंडीगढ़। कहते हैं कि प्यार अंधा होता है और यह दिल के सिवा कुछ नहीं देखता। इस बात को एक प्रेमी जोड़े ने चरितार्थ किया है। हालांकि मामले में प्रेमिका 19 साल की है और प्रेमी 67 साल का। हाईकोर्ट ने शक जताया तो मामले की जांच की गई। इसके बाद पुलिस ने भी हाईकोर्ट को बताया कि मामला दिल का ही है और इसमें कोई गड़बड़ नहीं है।
हाईकोर्ट में पलवल के एक मुस्लिम प्रेमी जोडे़ ने परिजनों से जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी। दोनों ने हाईकोर्ट को बताया था कि वह एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और साथ रहना चाहते हैं। उन्हें परिजनों से खतरा है। हाईकोर्ट ने इस बेमेल जोड़े पर संदेह व्यक्त करते हुए एसपी पलवल को एक टीम गठित कर मामले की जांच का आदेश दिया था। साथ ही लड़की को सुरक्षा देते हुए मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर बयान दर्ज करवाने का भी आदेश दिया था।
पलवल के एसपी दीपक गहलावत ने हाईकोर्ट में सौंपी रिपोर्ट में बताया कि इस मामले में लड़की पर किसी तरह का दबाव नहीं था। कुल मिलाकर यह मामला दिल का था। हथीन के एसडीएम के सामने लड़की के बयान हुए जिसमें उसने बताया कि उसने अपनी मां की सहमति से यह विवाह किया था।
डीएसपी की अगुवाई वाली टीम ने जांच में पाया कि पुरुष के 7 बच्चे हैं और सभी विवाहित हैं। उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है। लड़की भी विवाहित है। गत वर्ष उसका विवाह राजस्थान में हुआ था और उसका पति जीवित है। लड़की ने कहा कि उसने तलाक लिए बगैर यह शादी की है। उसका पति किसी और महिला से प्यार करता है और उसे उसके विवाह से कोई आपत्ति नहीं है।
15 हजार कमाने वाले पति ने मेहर में दिया 15 ग्राम सोना
हाईकोर्ट में दी गई जानकारी में बताया गया कि पुरुष का जन्म 1953 में हुआ है जबकि लड़की का 2001 में। उसने बताया था कि वह 15 हजार रुपये कमाता है और निकाह के लिए मेहर के रूप में उसने 15 ग्राम सोना दिया है। यदि उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई तो उनके परिजन उन्हें जान से मार देंगे।
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