गंजबासौदा। तहसील अंतर्गत पिछले दिनों आई बाढ़ से हुई तबाही का अनुमान लगाने के लिए राजस्व विभाग के दलों ने गांव-गांव, शहर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान बाढ़ से हुई क्षति का आंकलन राजस्व अधिकारियों ने पूरी मानवीयता के साथ किया है। सर्वे टीम ने बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनको हुई घर, सामान, के साथ हुई सारी क्षति की विस्तार से जानकारी लेकर ही अपनी रिपोर्ट तैयार की है।बेतवा नदी के पूर से उतरने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों से जैसे-जैसे समाचार मिल रहे है लोगों के आशियाने तो तबाह हो ही चुके है, साथ ही पशु धन भी उन्हें गंवाना पड़ा है। रही बात फसलों की तो उसके नुकसान की भरपाई तो शासन प्रशासन कर रही नहीं सकेगा। नदी और नालों के किनारे बसे लोगों के घरों को बाढ़ के पानी ने तबाह कर दिया है। वहीं फसलें भी बुरी तरह प्रभावित हो चुकी है। कुछ जगह तो खरीफ सीजन की फसलें सोयाबीन एवं उड़द दलदली कीचड़ में समा चुकी है। जिसमें पैदावार की संभावना ही नहीं बनती है।
अब मौसम की मेहरबानी जारी है
पिछले एक सप्ताह से बारिश ने अंचल में रहम बरपा रखा है। हल्की बूंदा बांदी के अलावा तेज बारिश ने अंचल को राहत दी है। मौसम ख्ुाला होने के कारण जहां राजस्व विभाग सहित अन्य विभागों को ग्रामीण अंचलों में पहुंचने का पूरा मौका मिला। वहीं ग्रामीणों को अपनी व्यथा बताने के लिए शहर तक आने की सुविधा मिल सकी है।
प्रशासन ने भेजा मुआवजे का प्रस्ताव
तहसीलदार कमल सिंह मंडेलिया ने बताया कि गंजबासौदा तहसील अंतर्गत बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे कर लिया गया है। बल्कि राहत राशि के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन की ओर भेजा जा चुका है। सर्वे के दौरान लोगों के मकानों की क्षति, पशु धन की क्षति एवं फसलों का आंकलन किया गया है। प्रति ईकाई में करोड़ों रुपए मुआवजे का प्रस्ताव भेजा गया है।
एक करोड़ से ज्यादा मकानों का मुआवजा
तहसील से मिली जानकारी अनुसार अतिवृष्टि एवं बाढ़ से हुई मकानों की क्षति आंशिक रूप से 1540 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। वहीं 548 मकान पूरी तरह तबाह हो चुके है। 128 कृषि उपकरण, गुमठी, दुकानों को नुकसान पहुंचा है। जिसके लिए शासन के लिए प्रस्तावित राशि 01 करोड़ 22 लाख 25 हजार का प्रस्ताव भेजा गया है।
बाढ़ ने 75 पशुओं को भी लील लिया
अतिवृष्टि एवं बाढ़ के कारण अंचल में 75 पशुओं को भी पशु पालकों से अलग कर दिया है। जिसमें 35 पशु दुधारू थे तो 40 पशु गैर दुधारू किस्म के थे। तहसील प्रशासन द्वारा सर्वे के बाद 01 करोड़ 15 लाख रुपए राहत राशि के लिए प्रदान करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
बाढ़ ने 102 ग्रामों की फसलों को किया तबाह
तहसील अन्तर्गत 102 ग्रामों में बाढ़ ने तबाही की तस्वीर खींच दी है। किसानों के सामने नुकसान की भरपाई करने का तरीका खोजना आसान नहीं होगा। दो हेक्टेयर से कम 13125 खेतों में नुकसान हुआ है, वहीं दो हेक्टेयर से ज्यादा 5625 खेतों में नुकसान का अनुमान है, जिसके लिए 14 करोड़ 32 लाख 50 हजार रुपए नुकसान भरपाई का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। ताकि लोगों को राहत मिल सके।
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