नई दिल्ली । हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार, (Hast Rekha Shastra) किसी भी व्यक्ति के हाथ पर भाग्य रेखा, बुध रेखा और मस्तिष्क रेखा (Fate Line, Mercury Line and Head Line) के संयोग से बनने वाला ये ट्राइएंगल बेहद शुभ (very auspicious triangle) माना जाता है। जिन लोगों के हाथ पर ये ट्राइएंगल होता है उनके अमीर बनने की राह में आने वाली बाधाएं आसानी से समाप्त हो जाती हैं, साथ ही ऐसे लोग सेविंग्स करने में भी माहिर होते हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र (Astrologer Dr. Arvind Mishra) से जानते हैं कि हाथ पर बनने वाले इस ट्राइएंगल को कैसे पहचानें?
इस तरह बनता है ये त्रिभुज
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि हाथ में मस्तिष्क रेखा एवं ह्रदय रेखा के मध्य में सूर्य पर्वत एवं शनि पर्वत की जड़ में और भाग्य रेखा, बुध रेखा और मस्तिष्क रेखा के संयोग से ये त्रिभुज बनता है. ये त्रिकोण जितना बड़ा होता है, उतनी अधिक सेविंग्स होती है. ऐसे व्यक्ति के पास भूमि, कई भवन और वाहन समेत भोग विलास के पर्याप्त साधन होते हैं. इनके संचित धन एवं संपत्ति में वृद्धि होती रहती है , बैंक में जमा पूंजी में इजाफा होता रहता है।
बिना किसी बाधा के पूर्ण होते काम
यह त्रिकोण बुध रेखा के प्रभाव से व्यापारिक कुशलता के साथ धनी बनाता है. जबकि मस्तिष्क रेखा का संयोग व्यक्ति को चतुराई से एवं बौद्धिक कार्यों से धन लाभ अर्जित करने में सहायक होता है. वहीं, भाग्य रेखा का संयोग सौभाग्य और सकारात्मकता को बढ़ाता है एवं हमारे सभी कार्य बिना किसी विध्न बाधा के पूर्ण होते है. हमारा भाग्य साथ देता है। इन तीनों का साझा प्रभाव व्यक्ति को जीवन में धनवान और संग्रहकर्ता बनाता है. ऐसे लोग आजीवन सुख सुविधाओं से जीवन यापन करते हैं।
28 की उम्र के बाद दिखता असर
यह धन त्रिकोण 28 वर्ष की आयु के आस-पास अच्छा प्रभाव दिखाता है. 50 वर्ष तक की उम्र में ही व्यक्ति धन संग्रह में सफल हो जाते हैं. कुछ लोगों को तो इसका प्रभाव किशोरवस्था से ही मिलना आरंभ हो जाता है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि यहां ध्यान ये भी देना है कि इन ट्राइएंगल की लकीरों पर कोई कट या फिर तिल का निशान नहीं होना चाहिए. यदि ऐसा होता है तो इन जातकों को आकस्मिक अवरोधों का सामना करना पड़ सकता है।
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