गंजबासौदा। ग्राम हतोड़ा में राजा महाराज के मार्गदर्शन में चल रहे 251 कुंडीय महायज्ञ में आज रविवार से तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी के श्री मुख से बाल्मीकि रामायण प्रारंभ हो गई। प्रथम दिवस जगत गुरु बोले में 1372 वी श्रीरामकथा में आप सबके मंगल की कामना करता हूँ। गंजबासौदा में राजा महाराज के निमंत्रण पर आया हूँ इन्होंने मेरा मन जीत लिया है मुझे रघुवंश अतिप्रिय है गंजबासौदा स्थल की विशेष महत्ता है यहां के विदिशा में भगवान श्रीराम के प्रिय पुत्र लव की राजधानी थी। बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का जिक्र करते हुए कहा कि विदिशा की पावन धरती पर मेरे प्रिय शिष्य धीरेंद्र शास्त्री भी कथा करके गए हैं और बासौदा की महत्ता बताते हुए कहा कि उज्जैन की राजकन्या बसोदत्ता के नाम से बासौदा का नाम पड़ा है। जगतगुरु बोले कि सुंदर कांड के पाठ से विकराल समस्या का भी समाधान हो जाता है इसलिए सभी को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।
जगतगुरु श्रीराम भद्राचार्य बोले कि हनुमान जी के जन्म के बिषय में चर्चा आवश्यक है में आज हनुमान चरित्र पर अधिक बोलूंगा जगतगुरु बोले कि हनुमान चालीसा में हम पड़ते हैं शंकर सुवन यह ठीक नही है क्योंकि हनुमान जी शंकर जी के पुत्र नहीं है शंकर स्वम् ही हनुमान जी हैं इसलिये हमें हनुमान चालीसा की चौपाई को शंकर स्वम् केशरी नंदन पडऩा चाहिए।
कथा प्रारम्भ होने से पूर्व कथा के मुख्य यजमान कैलाश रघुवंशी, प्रथम दिवस के यजमान नगर पालिका के उपाध्यक्ष संदीप ठाकुर व किन्नर मुन्ना नायक ने पादुका पूजन की व जगतगुरु को पुष्प माला से स्वागत किया इसी क्रम में मुख्य आयोजक राजा महाराज, क्षेत्र के पूर्व विधायक हरिसिंह रघुवंशी, दीपक नरवरिया, प्रयाग रघुवंशी,हतोड़ा के सरपंच नवल रघुवंशी, सिरावदा सरपंच जीतेन्द्र दुवे सहित क्षेत्र के अनेक संतो ने तुलसी पीठाधीश्वर राम भद्राचार्य जी को पुष्प माला भेंट कर स्वागत किया। इससे पूर्व नगर में एक विशाल शोभायात्रा नगर के नौलखि मन्दिर से प्रारम्भ हुई जिसमें क्षेत्र के अनेक सन्त सम्लित हुए शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई कथा स्थल पर पहुंची शोभायात्रा का नगर मुख्य मार्गों पर जगह जगह स्वागत किया गया। जगत गुरु की कथा प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक चलेगी। आयोजन समिति ने सभी क्षेत्र वासियों से व धर्म प्रेमी बंधुओं से धार्मिक अनुष्ठान में पधारने की अपील की है।