- नये अंदाज में लिखी जा रही है भगवान शिव की महिमा और उज्जैन की गौरव गाथा-महाकाल लोक का बड़ा आकर्षण होगा
- धारावाहिक चाणक्य के निर्देशक एवं पद्मश्री चंद्रप्रकाश द्विवेदी लिख रहे हैं लाईट शो की स्क्रीप्ट
उज्जैन। महाकाल लोक की भव्य सुंदरता के बाद अब महाकाल लोक से लगे रुद्र सागर में पानी की सतह पर भव्य 3डी इफेक्ट और लाइट एंड साउंड शो का लेआउट तैयार कर लिया गया है। इस शो में शिव महिमा और उज्जैन की गौरव गाथा को नये अंदाज में श्रद्धालुओं को दिखाया जाएगा।
ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के नव विस्तारित क्षेत्र ‘श्री महाकाल महालोकÓ में 3डी इफैक्ट के साथ भव्य लाइट एंड साउंड शो दिखाने को लेकर ले आउट तैयार हो चुका है। अब देश भर के श्रद्धालुओं के लिए नए एवं आकर्षक तरीके से भगवान शिव की महिमा और उज्जयिनी की गौरव गाथा लिखी जा रही है। लेखन कार्य टेलीविजन पर प्रसारित प्रसिद्ध धारावाहिक ‘चाणक्यÓ के निर्देशक, अभिनेता एवं पटकथा लेखक पद्मश्री चंद्रप्रकाश द्विवेदी कर रहे हैं। इस काम के लिए पर्यटन बोर्ड, स्मार्ट सिटी कंपनी और लाइट एंड साउंड सिस्टम को स्थापित कर संचालित करने वाली एजेंसी सीएस डायरेक्ट के साथ बैठक तय हुई है। उज्जैन की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, कला और गौरवशाली इतिहास को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए मध्यप्रदेश की सरकार ‘श्री महाकाल महालोकÓ में लगातार नए आकर्षण जोड़ रही है। भव्य शैल चित्र और मूर्तियों की स्थापना के बाद अब यहाँ प्राचीन रुद्र सागर में फव्वारे से पानी की स्क्रीन तैयार कर उस पर भगवान शिव के प्राकट्य और उज्जयिनी की गौरव गाथा, कमल तालाब में 3डी इफेक्ट के साथ लाइट एंड साउंड शो दिखाने-सुनाने की तैयारी की जा रही है। इस कार्य को करने के लिए 32 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। यह कार्य पर्यटन बोर्ड ने नई दिल्ली की सीएस डायरेक्टर कंपनी को दिया है। आठ महीने में शो का सेटअप स्थापित कर शो का संचालन शुरू करने के निर्देश भी कंपनी को दिए गए हैं। अगले महीने से कंपनी का स्टाफ रुद्र सागर क्षेत्र में काम करना शुरू कर देगा। रुद्र सागर में 3डी वाटर स्क्रीन प्रोजेक्शन शो कराने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी ने रूद्र सागर का कायाकल्प भी किया है। गत वर्ष क्षेत्र का सीवरेज सिस्टम सुधार कर रुद्र सागर में आसपास के घरों से आने वाला गंदा पानी मिलने से रोक दिया गया है। रुद्र सागर का पानी हमेशा स्वच्छ रहे, इसके लिए अत्याधुनिक सिस्टम लगाकर इसमें नर्मदा, शिप्रा, गंभीर नदी का पानी भरा है। रुद्र सागर में मिलने वाले नालों एवं बारिश के पानी के लिए अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालकर पानी को दूसरे स्थान पर ट्रांसफर किया गया है। रुद्र सागर का वाटर लेवल स्थिर रहे इसकी भी पूरी तैयारी कर ली गई है।