img-fluid

अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की आखिरी टुकड़ी भी लौटी

August 31, 2021

वॉशिंगटन। तालिबान(Taliban) के कब्जे वाले अफगानिस्तान (Afgahnistan) से अमेरिका (America) 20 साल बाद पूरी तरह से वापस जा चुका है. तय समय सीमा से पहले अफगान में अमेरिकी सैनिक C-17 विमान से हमवतन लौट गए. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने बताया कि ‘अफगानिस्तान(Afghanistan) में अमेरिका (America) की 20 साल से जारी सैन्य मौजूदगी खत्म हो गई है.’ राष्ट्रपति बाइडन ने यह घोषणा अमेरिका के सभी सैनिकों वापस निकलने के कुछ घंटे बाद की. उन्होंने कहा- ‘अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की सैन्य मौजूदगी खत्म हो गई है.’ बाइडन ने अफगानिस्तान से निकलने के लिए सशस्त्र बलों को धन्यवाद दिया.



उधर काबुल में अमेरिकी जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने पूरी तरह से वापसी की घोषणा की. उन्होंने पेंटागन को एक ब्रीफिंग में बताया कि अफगानिस्तान में मुख्य अमेरिकी राजनयिक रॉस विल्सन आखिरी उड़ान पर थे. तालिबान के कब्जे के बाद वाशिंगटन और उसके नाटो सहयोगियों को जल्दबाजी में बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा. वे अपने पीछे हज़ारों अफ़ग़ानों को छोड़ गए हैं जिन्होंने पश्चिमी देशों की मदद की और अब शायद उन्हें वहां से निकलने की जरूरत हो. मैकेंजी ने कहा कि अंतिम उड़ानों में कई अमेरिकी सवार नहीं पाए क्योंकि वह समय से हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच सके.
बता दें तालिबान के नियंत्रण पाने के एक दिन पहले 14 अगस्त से अब तक 122,000 से अधिक लोगों को काबुल से बाहर निकाला गया है. अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति को निलंबित कर दिया है और कतर से राजनयिक काम करेगा. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को कहा- ‘काबुल में अमेरिकी दूतावास खाली रहेगा. अफगानिस्तान में तैनात राजनयिक कतर से काम करेंगे.’
ब्लिंकन ने कहा, ‘अफगानिस्तान के साथ अमेरिका के जुड़ाव का एक नया अध्याय शुरू हो गया है. इसमें हम अपनी कूटनीति के साथ नेतृत्व करेंगे.’ उन्होंने कहा कि करीब 100 से अधिक अमेरिकी अभी भी अफगानिस्तान में हैं जो यहां से निकलना चाहते थे. हम उनकी सही संख्या पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. 6,000 से अधिक अमेरिकियों को निकाला गया है.

Share:

ISIS और तालिबान के बीच है गहरी दोस्‍ती, दुश्‍मनी सिर्फ दिखावा, जानें कैसे करते है एक-दूसरे को मदद

Tue Aug 31 , 2021
नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबानी(Taliban) कब्जे के बाद काबुल में हुए फिदायीन हमले(fidayeen attacks) से एक बार फिर तालिबान(Taliban) और आईएसआईएस-खुरासान प्रोविंस (ISIS-Khorasan Province) के बीच गठजोड़ की चर्चा है। हालांकि तालिबान (Taliban) ने आईएस-के (ISIS-K) के साथ किसी भी तरह के तालमेल के आरोपों का खंडन किया है। तालिबान(Taliban) ने आईएस-के (IS-K)को अपना […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
रविवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2025 Agnibaan , All Rights Reserved