डेस्क: जम्मू-कश्मीर में हाल में आतंकियों द्वारा बाहरी लोगों की आईडी देखकर की गई हत्या के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. विशेष रूप से राजधानी श्रीनगर में सर्च ऑपरेशन तेज कर दी गई है. अधिकारियों ने श्रीनगर के पुराने शहर और दक्षिण कश्मीर जिलों के कुछ हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं निलंबित कर दिया है वहीं कुछ इलाकों में इंटरनेट स्पीड को कम कर दिया है. इस महीने आतंकियों ने कश्मीर में 11 लोगों की हत्या की है.
अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा की समीक्षा के लिए कई बैठकें हुई हैं. सचिवालय और एयरपोर्ट जैसे प्रमुख स्थानों के आसपास सुरक्षा बलों की संख्या में वृद्धि की गई है. नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, ‘इस प्रकार के हमलों के बाद स्पष्ट रूप से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की जरूरत होती है. जहां आवश्यक समझा, हमने सुरक्षा को बढ़ा दिया है.’
लोग बोले- सुरक्षा कड़ी है, तलाशी अभियान भी तेज
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक श्रीनगर में कई चेकपॉइंट और रोडब्लॉक बनाए गए हैं. श्रीनगर के रहने वाले बिलाल अहमद ने कहा, ‘सुरक्षा बहुत कड़ी है और तलाशी भी तेज कर दी गई है. पुलिस और सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की टुकड़ियां बड़ी संख्या में गश्त कर रही हैं. यहां अचानक वाहनों की तलाशी भी ली जा रही है.’
संवेदनशील स्थानों पर तैनात बुलेटप्रूफ मोबाइल बंकर वाहनों की संख्या भी बढ़ा दी गई है और हाई-टेक सीसीटीवी निगरानी बढ़ा दी गई है. श्रीनगर के लाल चौक पर तलाशी के लिए महिला अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है.
हमलों ने बदला शहर का माहौल
एक दूसरे निवासी ने कहा कि हमलों ने अचानक शहर के माहौल को बदल दिया है. उन्होंने कहा, ‘एक असहज चुप्पी है. स्थिति बिगड़ने के डर से बहुत कम लोग बाहर जाना पसंद करते हैं.’ पुलिस ने नागरिक हत्याओं की जांच के तहत सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की है.
काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन भी तेज कर दिया गया है. पुलिस ने पिछले हफ्ते कहा था कि उन्होंने 13 आतंकवादियों को मार गिराया है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में कश्मीर का दौरा कर सकते हैं.
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