बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में कांवड़ियों और प्रशासन के बीच विवाद खत्म होता नहीं दिख रहा है. कांवड़िये रविवार को उसी रूट से कांवड़ यात्रा निकालने की जिद पर अड़े हैं, जहां पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. कांवड़ियों ने इस बाबत पुलिस से अनुमति मांगी थी लेकिन पुलिस प्रशासन ने इनकार कर दिया. इसके बावजूद कांवड़िये उसी रास्ते से यात्रा निकालने की बात कह रहे हैं और प्रशासन के फैसले के विरोध में अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी है.
ऐसे में थाना बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा के चक महमूद मोहल्ले में कांवड़ यात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है इस होकर कोई भी कांवड़ यात्रा नहीं निकाली जाएगी. जबकि कांवड़िये जोगी नवादा से शाह नूरी मस्जिद मस्जिद रूट पर रविवार को यात्रा निकालने की बात कह रहे हैं. परमिशन खारिज होने के बाद कांवड़ियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है.
नवादा में कांवड़ियों ने विरोध में अपनी सारी दुकानों को बंद कर दिया है. उनका कहना है जब तक कांवड़ यात्रा नहीं निकलेगी, तब तक दुकानें बंद रहेंगी. वहीं बहुत से स्थानीय लोग भी कांवड़ियों के साथ हैं. लोगों ने भी कांवड़ यात्रा के समर्थन में अपनी-अपनी दुकानें बंद रखने की बात कही है. पुलिस अधिकारी और जिला अधिकारी का कहना है कि ये सब कुछ दबाव बनाने के लिए किया गया है. पुलिस दुकानों को खुलवाने की कोशिश भी कर रही है.
कांवड़ यात्रा को लेकर जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बताया है शासन का साफतौर पर निर्देश है विवादित रूट से कोई भी कांवड़ यात्रा नहीं निकाली जाएगी. लिहाजा सुरक्षा के तौर पर उस रूट पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. कई अस्थाई चौकियां भी बनाई गई हैं. वहीं जोगी नवादा और चक महमूद मोहल्ले और गली में जिन कावड़ियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद की हैं, पुलिस उन्हें चिन्हित कर रही है.
पुलिस का कहना है दुकानें बंद कराने के पीछे जिनका हाथ होगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. थाना बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा के चक महमूद मोहल्ले में रविवार यानी 30 जुलाई को कांवड़ यात्रा निकालने के दौरान बवाल हो गया था. कांवड़ियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे गये थे. जिसके बाद कई लोग घायल हो गये थे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved