चंडीगढ़। पंजाब में निजी अस्पतालों को कोरोना वैक्सीन बेचने का मुद्दा गरमा गया है। गुरुवार को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू पर संगीन आरोप लगाकर मामले की जांच हाईकोर्ट से करवाने की मांग की थी। केंद्रीय राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस मामले को लेकर पंजाब सरकार पर निशाना साधा था।
वहीं शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर भी मैदान में उतर आए और मामले को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने सफाई दी कि उनका टीकों पर नियंत्रण नहीं है। वे सिर्फ उपचार, परीक्षण, कोरोना के नमूने और टीकाकरण शिविरों को देखते हैं। इन आरोपों की जांच करवाई जाएगी। वे खुद भी मामले की जांच कर सकते हैं।
I don’t have control over vaccines. I just look over treatment, testing, sampling of COVID19 & vaccination camps. We will definitely set an inquiry, I myself can inquire the matter: Punjab Health Minister BS Sidhu on SAD president Sukhbir Singh Badal’s allegations pic.twitter.com/AJUQKP3I1m
— ANI (@ANI) June 4, 2021
अकाली दल के सांसद सुखबीर बादल ने पंजाब सरकार पर निजी अस्पतालों को वैक्सीन बेचने का आरोप लगाया था। मामले को गंभीर बताते हुए सुखबीर ने हाईकोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की थी। शिअद प्रधान ने पंजाब के लोगों की जान से खिलवाड़ करने पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।
Rahul Gandhi should first look after his (Congress) state rather than giving lectures to others. Punjab govt has been provided more than 1.40 lakh doses of Covaxin at Rs 400 & they’ve given it to 20 private hospitals at Rs 1000: Union Minister Prakash Javadekar pic.twitter.com/a2y5vmNjlh
— ANI (@ANI) June 4, 2021
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राहुल गांधी को दूसरों को नसीहत देने से पहले कांग्रेस शासित पंजाब को देखना चाहिए। जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार को कोवाक्सिन की 1.40 लाख डोज 400 रुपये की दर पर उपलब्ध करवाई गई थी। पंजाब में इसे बीस निजी अस्पतालों को एक हजार रुपये की दर से दे दिया। इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने पंजाब सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।
उन्होंने कहा कि कैप्टन टीकाकरण को लेकर गंभीर नहीं हैं। यही वजह है कि पंजाब में टीकों की कालाबाजारी जोरों पर है। पंजाब सरकार भी केंद्र से मिलने वाले मुफ्त टीकों की खुराक को 1060 रुपये में निजी अस्पतालों को बेच रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार के प्रयासों से देशभर में 22.10 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं कांग्रेस शासित राज्यों द्वारा कोरोना वैक्सीन की कालाबाजारी व वैक्सीन की बर्बादी कर टीकाकरण अभियान को धीमा करने का प्रयास किया जा रहा है।
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