नई दिल्ली। इस धरती पर सभी इंसान एक तरह से बनाए गए हैं, लेकिन फिर भी उनके हाथ, पैर, चेहरे आंखें, कान, नाक, लंबाई, चौड़ाई आदि एक दूसरे से अलग होती है। यहां तक कि समुद्र शास्त्र (Samudra Shastra) में शरीर के प्रत्येक अंग की बनावट, रंग, रूप और आकार के हिसाब से उसके व्यक्तित्व और स्वभाव को लेकर तमाम बातें कही गईं हैं। समुद्र शास्त्र (Samudra Shastra) को सामुद्रिक शास्त्र (oceanography) के नाम से भी जाना जाता है।
कत्थई आंखें: ब्राउन-कत्थई जैसे रंग की आंखों वाले लोग निर्णय जल्दी लेते हैं और नुकसान के बावजूद उस पर डटे रहते हैं ये लोग बहुत जल्दी दूसरों के बारे में राय बनाते हैं. बहुत मेहनती होते हैं और अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करते हैं।
ग्रे कलर की आंखें: ऐसे लोग किसी की भी बातों में आसानी से आ जाते हैं और मामले की असलियत पता करने की कोशिश नहीं करते हैं। ये लोग टीचिंग जैसे क्षेत्र में अच्छा काम करते हैं।
नीली आंखें: आमतौर पर ऐसे लोगों को बहुत खूबसूरत माना जाता है और इसकी वजह यह भी है कि यह खुद को लोगों के सामने बहुत अच्छे से पेश करते हैं। ये लोग बहुत भाग्यशाली भी होते हैं और जिंदगी में पैसा-प्रसिद्धि, बहुत अच्छे रिश्ते आदि सब कुछ पाते हैं. ये लोग दूसरों की मदद करने के मामले में भी बहुत अच्छे होते हैं।
भूरी आंखें: आमतौर पर इन लोगों को काफी चालाक माना जाता है लेकिन इसके अलावा भी इनमें कई खासियतें होती हैं। ये लोग काफी रचनात्मक और मन से काफी मजबूत होते हैं। ये लोग कई बार सख्त निर्णय भी कर लेते हैं. इन लोगों में एक खास तरह का आकर्षण होता है, इसलिए हर जगह आसानी से सेंटर ऑफ अट्रैक्शन बन जाते हैं।
काली आंखें: आमतौर पर ज्यादातर लोगों की आंखें काली होती हैं. ये लोग मेहनती और ईमानदार होते हैं. ये लोग वादे के पक्के और अपनी जिम्मेदारियों को निभाने वाले होते हैं साथ ही भरोसेमंद पार्टनर होते हैं।
ग्रीन कलर की पुतली वाले लोग: ग्रीन कलर की पुतली वाले लोग हमारे देश में कम ही मिलते हैं. ये लोग काफी सामाजिक होते हैं. इन्हें लीडरशिप करना पसंद होता है और आसानी से लोगों का दिल भी जीत लेते हैं. ये लोग किसी को अपने से ज्यादा सफल होते नहीं देख पाते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved