नई दिल्ली । राहुल गांधी को अदालत से मिली सजा पर (Rahul Gandhi on the Sentence Received from the Court) प्रतिक्रिया देते हुए (Giving Feedback) केंद्रीय रक्षा मंत्री (Union Defense Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा है कि शब्दों की चोट (The Injury of Words), शस्त्रों की चोट से (Than the Injury of Weapons) ज्यादा गहरी और पीड़ादायी होती है (Is Deeper and More Painful) । शब्द, जब अनर्गल और झूठे हों, तब तो चोट और भी गहरी और कष्टदायी हो जाती है। राहुल जी को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए ।
राजनाथ सिंह ने अदालत के फैसले के बाद बयान जारी कर कहा, हमारी कानून व्यवस्था में अनर्गल, बेतुके आरोप लगाने वालों पर सजा का प्रावधान है और उन्हें विश्वास है कि इस न्यायिक आदेश से सीख लेते हुए, अब सभी सार्वजनिक जीवन में शब्दों की मर्यादा का ध्यान रखेंगे।
सिंह ने अदालत के फैसले से सबको सीख लेने की सलाह देते हुए आगे कहा, इसीलिए हमारी कानून व्यवस्था में अनर्गल, बेतुके आरोप लगाने वालों पर सजा का प्रावधान है। मुझे विश्वास है, इस न्यायिक आदेश से सीख लेते हुए, हम सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक जीवन में शब्दों की मर्यादा किसी भी सूरत में न टूटने पाये।
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