जबलपुर। आपने टीवी सीरियल में हप्पू सिंह का किरदार में पुलिस की भूमिका निभाने वाले को देखा तो होगा जो बात-बात पर जनता से न्यौछावर (रिश्वत) मांग करता रहता और ना दिए जाने पर थाने में बंद कर देता था। इसी कहानी की तर्ज़ पर दिन दुगनी और रात तरक्की करने वाले एएसआई का सितारा आखिरकार गर्दिश में आ ही गया। जब शुक्रवार जिले में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। जिसके बाद लंबे समय से शहडोल जिले और गृह ग्राम के आसपास जमे पुलिस के एक सिपाही की रिश्वतखोरी की हकीकत सामने आ ही गई। जनचर्चाओ में इनके साथ साथ पारिवारिक संपत्ति का एकाएक बढऩा किसी के गले तो नहीं उतर रहा था लेकिन लोकायुक्त की कार्यवाही ने सौ सुनार एक लोहार वाली कहावत को चरितार्थ कर दिया। दरअसल कोतवाली थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक अरविंद दुबे को मारपीट के मामले में जप्त हुंडई क्रेटा वाहन छोडने के एवज में 9 हजार रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा है। यह कार्रवाई रीवा लोकायुक्त ने की है।
जानिए मामला और हकीकत….
बीते दिन मारपीट के मामले के एकांस सिह मोनी नामक व्यक्ति की हुंडई क्रेटा गाडी जप्त कर कार्यवाही की गई थी। जिसे छुडवाने के लिए कोतवाली में पदस्थ ्रस्ढ्ढ अरविंद दुबे द्वारा 9 हजार रुपयों की मांग कर पूरे के पूरे महकमे को ही कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। इसी मामले मे शिकायत एकांस सिह ने लोकायुक्त रीवा में की थीं। रीवा लोकायुक्त द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया, जो सच निकला। उसी आधार पर ये कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त की टीम ने कोतवाली के पदस्थ ्रस्ढ्ढ अरविंद दुबे को करीब 9 हजार रुपए कोतवाली के ठीक सामने लेते पकडा है। जिस पर कार्यवाही की गई है।
लड़ाई झगडे के मामले में थाने में खड़ी क्रेटा कार को छुडऩे के लिए थाने में पदस्थ एएसआई अरविंद दुबे ने रिश्वत की मांग की मैंने लोकयुक्त में शिकायत की थीड आज कार्यवाही हो गई।
एकांस सिह मोनी (फरियादी)
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार मामले को संज्ञान में लिया गया शिकायत के आधार पर जांच की गई आज 9000ड की रिश्वत लेते अरविंद दुबे को रंगे हाथों पकड़ा गया। अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
जियाउल हक लोकायुक्त इंस्पेक्टर रीवा)
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