नई दिल्ली। वैक्सीन का दूसरा डोज (second dose of vaccine) तय समय पर नहीं लगवाने वाले न सिर्फ अपनी बल्कि अपने परिजन सहित दूसरों की जान खतरे में डाल रहे हैं। दूसरा डोज नहीं लगवाने के कारण वैक्सीन के पहले डोज का असर कम (less effect of first dose) हो जाता है। ऐसे लोगों को कोरोना के नए वेरिएंट से सबसे ज्यादा खतरा है ।
स्वास्थ्य विभाग (health Department) ने दूसरा डोज नहीं लगवाने वालों को सावधान करते हुए चेतावनी दी है कि जिन्होंने वैक्सीन का पहला टीका लगवाने के बाद 84 दिन बाद भी टीका नहीं लगवाया है, ऐसा करके वह खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं, क्योंकि इस वजह से पहले डोज की वैक्सीन का असर कम होता चला जाएगा । ऐसे लोगों को कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (New Variants Omicron) से ज्यादा खतरा है। इसलिए पहला डोज लगवाने वाले तय की गई सीमा में दूसरा डोज जरूर लगवा लें।
स्वास्थ्य प्रमुख बीएस सैत्या (Health chief BS Satya) ने कहा कि बड़े ही अफसोस-शर्म की बात है । 21 जून से लेकर हर माह में वैक्सीन का महाअभियान (vaccine campaign) चलाया जा रहा है। जिला प्रशासन (district administration) ने 30 नवम्बर तक दूसरा डोज लगवाने के सख्त आदेश दिए थे, इसके बबाजूद 15 दिसम्बर के बाद अभी भी इंदौर (Indore) सहित पूरे जिले मे लगभग 3 लाख लोगों ने तय समयसीमा में दूसरा डोज नहीं लगवाया है।
खुशी की बात
टीकाकरण अधिकारी तरुण गुप्ता (Vaccination Officer Tarun Gupta) ने बताया कि जहां शहर व जिले में लगभग तीन लाख लोग ऐसे हैं, जो तय समय पर दूसरा डोज लगवाने में लापरवाही बरत रहे हैं, वहीं बड़े आश्चर्य की बात है कि हजारों ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने दूसरे शहरों से आकर इंदौर में वैक्सीन का टीका लगवा रहे हैं। इंदौर आकर टीका लगवाने वालों में पीथमपुर, महू, उज्जैन, धार, देवास (Pithampur, Mhow, Ujjain, Dhar, Dewas) के अलावा ऐसे लोग भी हैं, जो किसी न किसी काम से इंदौर आए थे। उन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज यहीं लगवाए हैं।
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