कानपुर। कानपुर (Kanpur) में एक शादी (wedding) के दौरान ऐन मौके पर दूल्हे (The groom) ने धोखा दे दिया और मौके से लापता हो गया. इसके बाद लड़की के परिवार की इज्जत बचाने के लिए एक रिश्तेदार ने अपने भाई से युवती की शादी कराई. यह मामला कानपुर देहात के पालेहपुर गांव का है.
दरअसल गांव में श्रीराम प्रजापति के घर शादी की धूमधाम से तैयारी चल रही थी. शाम को उनकी बेटी शशि की शादी होनी थी. रायपुर गांव से उनके घर बारात आनी थी और वो बारातियों के स्वागत-सत्कार की तैयारी में जुटे थे. वहीं दूसरी तरफ दूल्हे धर्मेंद्र के पिता धर्मपाल भी अपने बेटे की शादी को लेकर बेहद खुश थे औरा बारात ले जाने की तैयारियों में जुटे हुए थे. शादी में सुंदर दिखने के लिए धर्मपाल अपने बेटे के साथ ही सैलून (The salon) गए थे और बालों में रंग करवा रहे थे. लेकिन उन्हें अपने बेटे धर्मेंद्र के इरादों की भनक नहीं थी.
जब धर्मपाल अपने बालों में रंग करवा रहे थे उसी दौरान सैलून से उनका बेटा अचानक गायब हो गया. काफी देर बाद भी जब वो घर नहीं लौटा तो इसकी जानकारी लड़की वालों को मिली जिसके बाद उनके घर में कोहराम मच गया. बारात जाने के लिए तैयारी थी लेकिन शाम तक भी दूल्हे की कोई खोज खबर नहीं थी. दुल्हन शादी के जोड़े में अपने होने वाली पति का इंतजार कर रही थी. बेटे के लापता होने पर उसके घरवालों ने नरवर थाने में शिकायत भी दर्ज करवा दी.
रात 11 बजे तक भी दूल्हे का कोई पता नहीं चला जिसके बाद दुल्हन रोने लगी. शादी तय कराने वाले शख्स ने दुल्हन की हालत देखकर अपने भाई महेश से शादी करवाने का प्रस्ताव रख दिया. दुल्हन के घरवाले अपना सम्मान बचाने के लिए शादी करवाने को राजी हो गए. दुल्हन ने भी अपनी सहमति दे दी जिसके बाद दोनों की शादी करा दी गई. हैरानी की बात ये है कि युवती की शादी के दो दिन बाद ही लापता दूल्हा धर्मेंद्र अपने घर लौट आया. उसने अपने मां बाप को झूठी कहानी सुनाई कि किसी ने उसे इंजेक्शन देकर उसका अपहरण कर लिया था.जब पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र से सख्ती से पूछताछ की तो सच्चाई कुछ और ही निकली. उसने बताया कि शादी से दो दिन पहले ही गांव में अपनी प्रेमिका को लेकर भाग गया था लेकिन घरवालों ने पकड़ लिया था. उसने बताया कि वो दूसरी जगह शादी करने को तैयार नहीं था लेकिन घर वाले नहीं मान रहे थे इसलिए वो शादी के दिन ही मौका देखकर फरार हो गया.
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