मुंबई: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) होने के बाद हवाई यात्रा के दौरान पूरे किए जाने वाले सुरक्षा मानकों की चर्चा एक बार फिर से शुरू हो गई है. इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधूलिका रावत समेत 13 लोगों के निधन से पूरा देश स्तब्ध है. इस हादसे के बाद महाराष्ट्र सरकार ने ऐसी सरकारी हवाई यात्राओं से पहले सुरक्षा मानकों को और कड़े करने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने हेलीकॉप्टर यात्रा (Helicopter Journey ) यानी चॉपर से यात्रा को लेकर नए नियम कानून बनाए हैं. नई गाइडलाइन (New Guidelines) के तहत जहां पर भी चॉपर को उतरना है. उस दौरान उस पूरे इलाके यानी रूट के मौसम के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाई जाएगी.
वर्तमान नियमों की बात करें तो चॉपर में डबल इंजन है या नही इसकी जांच की जाती है. वहीं उस हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ को पायलट है या नहीं इसके बारे में भी जानकारी रखी जाती है. अब महाराष्ट्र में एमवीए सरकार के इन नियमों का सख्ती से पालन करने के बाद ही किसी भी सरकारी दौरे पर चॉपर से यात्रा संभव हो सकेगी.
गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें देश ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) के अलावा अन्य 11 सैनिकों को खो दिया. सीडीएस जनरल बिपिन रावत, डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के दौरे पर जा रहे थे, जहां उन्हें शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करना था.
बेंगलुरू में होगा ग्रुप कैप्टन वरुण का इलाज
इस बीच हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरू शिफ्ट किया जा रहा है. जहां के मिलिट्री अस्पताल में अब उनका इलाज होगा. ये जानकारी उनके पिता ने दी है. कल जिस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन हुआ था उस हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं.
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