भोपाल। मप्र (MP) में सरकार (Government) किसानों के गेहूं का एक-एक दाना खरीदेगी। यह कहना है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) का। प्रदेश में मुख्यमंत्री (Cheif minister) के निर्देश के बाद सभी जिलों में गेहूं उपार्जन की सभी व्यवस्थाएं अग्रिम रूप से सुनिश्चित की गई है। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए व्यापक प्रबंध किए जाकर उपार्जन केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। समय पर किसानों की फसल का उपार्जन हो और उपार्जन के बाद भुगतान में विलंब न हो, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की सभी व्यवस्थाएं प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। इंदौर एवं उज्जैन संभाग में 22 मार्च से और शेष संभागों में एक अप्रैल से गेहूं उपार्जन का कार्य शुरू किया जाएगा। गेहूं उपार्जन के लिए किसानों का पंजीयन किया गया है। पंजीयन से कोई किसान चूके, नहीं इसके लिए पंजीयन की तिथि में दो बार वृद्धि भी की गई हैं।
125 लाख मीट्रिक टन (Metric ton) उपार्जन का अनुमान
इस बार समर्थन मूल्य (Support Price) पर 125 लाख मीट्रिक टन (Metric ton) गेहूं उपार्जन का अनुमान है। अभी तक 24 लाख 58 हजार किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है। इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल (Quintal) होगा। गत वर्ष यह 1925 रुपए प्रति क्विंटल था। मुख्यमंत्री (Cheif Minister) ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं कि कोई भी किसान अपनी उपज को बेचने से वंचित न रहे और सभी किसानों को उनकी उपज का भुगतान समय पर हो। किसान को भुगतान न होना अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे दोषी व्यक्तियों की संपत्ति कुर्क की जाकर उन्हें जेल भेजें।
4763 उपार्जन केंद्रों पर होगी खरीदी
पिछले वर्ष कोरोना काल में किसानों की सुविधा के लिए उपार्जन केन्द्रों की संख्या बढ़ाई गई थी। इस बार 4763 केंद्र पर उपार्जन की व्यवस्था की गई है। सभी उपार्जन केन्द्रों पर किसानों के लिए माकूल व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन सहकारी संस्थाओं की विश्वसनीयता संदिग्ध हो, उन्हें इस बार उपार्जन का कार्य न दिया जाये। गत वर्ष की तरह इस बार भी स्व-सहायता समूहों तथा कृषि उत्पादक समूहों को उपार्जन कार्य दिया जाएगा। गत वर्ष 39 उपार्जन केंद्रों पर स्व-सहायता समूहों एवं कृषि उत्पादक समूहों द्वारा 9 लाख 78 हजार 526 क्विंटल गेहूं उपार्जित किया गया, जो कुल उत्पादन का 3 प्रतिशत था।
इनका कहना है
किसानों से अपील की है कि वे निश्चिंत होकर अपना गेहूं उपार्जन केन्द्रों पर लाए। सभी किसानों के गेहूं का एक-एक दाना सरकार खरीदेगी। मेरे लिए एक-एक किसान महत्वपूर्ण है। किसी भी किसान का भुगतान रुकना नहीं चाहिए। उपार्जित फसल के तुरंत परिवहन की भी व्यवस्था की जाए।
शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री
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