भोपाल। मध्यप्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों में लूटपाट और धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित था। आरोपी को पुलिस टीम ने उस वक्त दबोचा, जब वह भोपाल से आगरा भागने की फि राक में था। इस गिरोह के आठ सदस्यों को काफ ी पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। बुधवार को पुलिस ने राजू को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। वहीं सूत्रों की माने तो पूछताछ में आरोपी ने फायनेंस गाडिय़ों में हेरफेर किए जाने की जानकारी पुलिस को दी है। इस मामले में पुलिस अन्य आरोपियों को भी दबोच सकती है। एएसपी क्राइम ब्रांच गोपाल सिंह धाकड़ के मुताबिक राजू ईराना उर्फ आबिद अली (40) अमन कालोनी निशातपुरा का रहने वाला है। उसके खिलाफ भोपाल के निशातपुरा, क्राइम ब्रांच के साथ ही पुणे, महाराष्ट्र, सेंट्रल और कोलकाता समेत विभिन्न शहरों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। क्राइम ब्रांच थाने में इसी साल दर्ज हुए एक मामले में उसके आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि राजू फरार था। गत दिवस मुखबिर से सूचना मिली कि राजू ईरानी काले रंग की पजेरो गाड़ी से आगरा भागने वाला है। क्राइम ब्रांच की टीम ने संभावित स्थानों पर टीम लगाई थी। इस दौरान एक टीम परवलिया सड़क स्थित हाइवे पर तैनात की गई। कुछ देर इंतजार करने के बाद पुलिस को बताई गई पजेरो गाड़ी आती दिखाई दी। पुलिस ने उसे रोककर चालक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम राजू ईरानी बताया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। यह गिरोह बैंक में सीधे-साधे ग्राहकों को नोट गिनने के बहाने अथवा पुलिस अधिकारी बनकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देता था। ज्वैलर्स की दुकानों में ग्राहक बनकर जेवरात उड़ाने में भी यह गिरोह काफ ी माहिर है।
वाहनों की जानकारी हासिल कर रही टीम
सूत्रों की माने तो राजू ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह पूर्व में जुबैर नाम के एक व्यक्ति के साथ वाहन सीज करने का काम करता था। सीजिंग के वाहनों को कंपनी में लौटाने के बजाए स्वयं इस्तेमाल करते थे। चोरी की गाडिय़ों पर भी इन वाहनों के नंबर चढ़ाकर इस्तमाल किया जाता था। कई वारदातों में इन वाहनों का इस्तमाल किया जाता था।
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