दरअसल, मैनिट परिसर में एक सप्ताह पहले बाघ देखा गया था। इसके बाद से यहां उसके पगमार्ग देखे जा रहे थे, जिससे संस्थान में दहशत बनी हुई थी। बन विभाग द्वारा बाघ को पकड़ने के लिए एक पिंजरा गया गया था। बताया गया है कि बाघ पिछले 13 दिन से मैनिट में मौजूद था और वह अब तक 5 गायों पर हमला कर चुका है। इनमें से 3 गायों की मौत भी हो चुकी है। इसको लेकर वन विभाग के अफसरों ने मैनिट मैनेजमेंट से बात भी की थी। इसी के बाद से लगातार टाइगर की सर्चिंग चल रही थी। वन अमले ने रविवार को बाघ को जाल बिछाकर पकड़ लिया। अब उसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में शिफ्ट करने की तैयारी की जी रही है।(हि.स.)
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