सीआरएस इंस्पेक्शन आज के बजाय कल होगा
इंदौर। राऊ-महू (Rau-Mhow) के बीच बिछाई गई दोहरी लाइन (Double line) का पहला स्पीड ट्रायल (Speed Trial) मंगलवार को बिना किसी तकनीकी परेशानी के सफलतापूर्वक लिया गया। नई पटरी (new track) पर इंजन ने रफ्तार भरी और उसे 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया। कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) अब 9.50 किलोमीटर लंबे सेक्शन का निरीक्षण 30 मई को करेंगे।
चीफ इंजीनियर धीरज कुमार और डिप्टी चीफ इंजीनियर अंकुरकुमार सिंह के दिशानिर्देश से रेलवे के असिस्टेंट एक्जीक्यूटिव इंजीनियर राजीवकुमार अग्रवाल की मौजूदगी में इंजन को दो बार राऊ से महू और दो बार महू से राऊ के बीच दौड़ाया गया। सारी प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न की गई। अफसरों ने बताया कि ट्रायल के दौरान सभी तरह के टेस्ट पूरी तरह सफल रहे। नई लाइन बहुत अच्छी है। माना जा रहा है कि शुरुआत में सीआरएस राऊ-महू लाइन पर 90 से 95 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से ट्रेन चलाने की अनुमति देंगे।
अधूरे कार्यों की वजह से टला निरीक्षण
पहले सीआरएस निरीक्षण 29 मई को होने वाला था, लेकिन महू स्टेशन के फिनिशिंग वर्क पूरे नहीं होने की वजह से इसे एक दिन के लिए टालना पड़ा। 30 मई को सुबह नौ से रात नौ बजे तक का समय सीआरएस इंस्पेक्शन के लिए आरक्षित किया गया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved