मॉस्को। कोरोना महामारी (Corona Pendemic) के दौर में पूरी दुनिया भारत (India) को संकट से उबारने में जुट गई है. दुनिया के कई देश मेडिकल उपकरणों (Medical devices) से भरी सप्लाई भारत भेज रहे हैं. रूस (Russia) मेडिकल सप्लाई से भरे हुए 2 ट्रांसपोर्ट प्लेन (2 transport planes) भारत(India) भेज रहा है. इनमें ऑक्सीजन (Oxygen) को स्टोर करने वाले कंसेट्रेटर, वेंटिलेटर और 22 टन मेडिकल सप्लाई (Medical supplies) शामिल है. ये प्लेन रूस से उड़ चुके हैं और आज रात तक भारत पहुंचने वाले हैं.
इन देशों ने की मदद की घोषणा
अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरीशस सहित कई प्रमुख देशों ने भारत को महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए मेडिकल सहायता की घोषणा की है. सिंगापुर ने मंगलवार को भारत को 256 ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति की. नॉर्वे सरकार ने भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की मेडिकल सेवा के लिए 24 लाख अमेरिकी डॉलर के योगदान का ऐलान किया.
स्विटज़रलैंड ने बुधवार को कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न चुनौतीपूर्ण समय से निपटने में मदद करने के लिए भारत (India) को ऑक्सीजन कंसेट्रेटर, वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सा उपकरण भेज रहा है. इसके अलावा कई अन्य देशों ने भी वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसेट्रेटर और अन्य सामान भेजने की घोषणा की है. भारत सऊदी अरब, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात सहित कई देशों से मेडिकल उपकरणों की व्यावसायिक खरीद कर रहा है.
चीन-पाकिस्तान के ऑफर पर चुप्पी
सूत्रों ने बताया कि कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए चीन द्वारा भारत (India) की मदद की पेशकश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. हालांकि चीन से वाणिज्यिक खरीद पर कोई रोक नहीं है. पाकिस्तान के मामले में भी अब तक भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
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