उज्जैन। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर खड़ी रतलाम पैसेंजर ट्रेन के एक डिब्बे में कल आग लग गई आंख से ट्रेन की पूरी बोगी जल गई। आग बुझाने में दो घंटे से अधिक का समय चार दमकलों को लगा। घटना की जाँच के लिए आज सुबह रतलाम एडीआरएम की टीम उज्जैन पहुँची। सीसीटीवी फुटेज देखकर पता लगाया जा रहा है कि आग अचानक लगी है या किसी ने लगाई है। रात में प्लेटफार्म नंबर 8 पर असामाजिक तत्वों का डेरा लगा रहता है। इधर रेलवे के पास आग से निपटने के पर्याप्त इंतजाम भी नहीं हैं।
रतलाम से आने वाली पैसेंजर रात में उज्जैन पहुंचने के बाद रात में प्लेटफार्म नंबर 8 पर खड़ी कर दी जाती है। कल भी उक्त ट्रेन उज्जैन आई तथा उसे 8 नंबर प्लेटफार्म पर खड़ा कर दिया गया। उक्त ट्रेन अगले दिन सुबह 11 बजे यहाँ से रतलाम के लिए रवाना की जाती हे। कल रात्रि करीब 10.30 बजे 8 नंबर प्लेटफार्म पर खड़ी इस ट्रेन के एक डिब्बे में आग लग गई और कुछ देर में ही आग ने बड़ा रूप ले लिया। कुछ देर में ही पूरा डिब्बा जलकर खाक हो गया। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की चार गाडिय़ाँ मौके पर पहुंची और दो घंटे की मशक्क के बाद देर रात आग पर काबू पाया जा सका। जब आग बुझाने का काम चल रहा था उस दौरान वहाँ मौजूद लोगों ने बताया कि रेलवे के पास आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। रेलवे के कर्मचारी और आरपीएफ तथा जीआरपी के जवान वहाँ खड़े होकर आग लगती देखते रहे और दमकल की गाडिय़ों ने ही आग पर काबू पाया।
उल्लेखनीय है कि जिस स्टेशन पर रात में यह हादसा हुआ वहाँ ट्रेनों की आवाजाही नहीं होती है नहीं तो बड़ा हो सकता था। घटना के बाद आज सुबह रतलाम एडीआरएम की टीम उज्जैन स्टेशन पर पहुँच गई थी और टीम नेम अपनी जांच शुरू कर दी है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज देखकर पता लगाया जा रहा है कि प्लेटफार्म नंबर 8 पर ट्रेन को खड़ा करने के बाद संबंधित कर्मचारियों ने इसे लॉक किया था या नहीं। इसके अलावा पता लगाया जा रहा है कि किसी असामाजिक तत्व ने ट्रेन को जलाया तो नहीं। अधिकारियों ने बताया कि यदि कर्मचारियों ने ट्रेन को लॉक नहीं किया होगा तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। उक्त ट्रेन को आज सुबह प्रतिदिन की तरह सुबह 11 बजे रतलाम के लिए रवाना कर दिया गया। जिस डिब्बे में आग लगी है, उसे यहीं रख लिया गया है। स्टेशन मास्टर ने बताया कि रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर 8 सूना पड़ा रहता है और असामाजिक तत्वों का यहां डेरा लगा रहता है। ऐसे में यह भी पता लगाया जाएगा कि किसी असामाजिक तत्व की तो यह हरकत नहीं है।
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