उज्जैन। अवंति खण्ड के स्कंद पुराण में उल्लेखित मोक्षदायिनी शिप्रा नदी (Mokshadayini Shipra River) में इन दिनों कचरा,निर्माल्य सामग्री आदि फेली हुई है। नदी की सफाई का जिम्मा नगर निगम का है,लेकिन कोरोनाकाल में निगम अधिकारियों (Corporation officials in the Corona period) ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जबकि सफाई का ठेका वर्षभर का रहता है। चूंकि गत वर्ष से अभी तक पर्व स्नान पर प्रशासन ने कोविड-19 के कारण प्रतिबंध लगाया हुआ है,यही कारण है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण सफाई का अभाव रहा। जबकि लाखो रूपये के सफाई के ठेके में ठेकेदार के सफाईकर्मी तथा जलकुंभी एवं कचरा हटाने के लिए 3 बोट का प्रावधान है।
इस संबंध में नगर निगम के प्रभारी अपर आयुक्त मनोज पाठक से चर्चा की गई तो उन्होने कहाकि लॉक डाउन के कारण नदी में सफाई का काम प्रभावित रहा। मानसून से पहले सभी घाटों की सफाई कर निर्माल्य और अन्य सामग्री नदी से बाहर निकली जाएगी।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने राजधानी में घर-घर राशन मुहैया कराने वाली योजना (Door to Door Ration Scheme) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से पूछा कि जब दिल्ली में पिज्जा और बर्गर की डिलीवरी हो सकती है, तब घर-घर राशन क्यों नहीं मुहैया कराया जा सकता। अपनी […]