मंदसौर। शुक्रवार को रंगपंचमी का त्यौहार (Festival of Ragpanchami) नगरवासियों द्वारा पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रतिवर्ष समरसता मंच के तत्वावधान में निकलने वाली रंगारंग गैर इस बार कोरोना के कारण नहींही निकाली गई। इस बार की रंगपंचमी पर पूरी तरह से कोरोना (Corona) का असर देखने को मिला। समरसता मंच की गैर के अलावा भी अनेक समाजों की गैर रंगपंचमी पर निकलती आई है वह इस बार नहीं निकली। बाजार में भी लोगों की भीड़ कम ही देखने को मिली। एक के बाद एक त्यौहार कोरोना की भेंट चढता जा रहा है। होली के त्यौहार में मंदसौर में वर्षो से रंगपंचमी Ragpanchami) बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनती आई है लेकिन इस बार कोरोना (Corona) के कारण रंगपंचमी के रंगों को भी फीका कर दिया।
होली के पांचवें दिन यानी चैत्र माह की कृष्ण पंचमी को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है। मंदसौर (Mandsure) में होली से ज्यादा उत्साह के साथ रंगपंचमी का पर्व मनाया जाता है। जनता गैर का भव्य आयोजन होता है जिसमें पूरे शहर में रंग-गुलाल उडाऐं जाते है। विभिन्न समाजों द्वारा भी आयोजन किए जाते है। लोग रंग-बिरंगें रंगों से सरोबार रहते है। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हो सका।
पशुपतिनाथ भगवान को लगाया रंग (Pashupatinath applied color to God)
परम्परा अनुसार रंगपंचमी के अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ महादेव को भी रंग लगाया गया। इस बार कोरोना के कारण पंचमी के अवसर पर मंदिर के गर्भगृह में आम भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया इस कारण भक्त भगवान के साथ होली नहीं खेल पायें। पुजारी पं राकेश भट्ट ने भगवान को गुलाल लगाकर पंरपरा को निर्वहन किया।
पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद
रंगपंचमी को लेकर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रहा। प्रत्येक चौराहे पर पुलिसकर्मी तैनात थे। वहीं कोरोना के कारण प्रत्येक पुलिसकर्मी मास्क लगाकर खडा था। आने जाने वाले लोगों को भी पुलिसकर्मीयों ने मास्क लगाकर ही होली खेलने की हिदायत दी।
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