फराज़ शेख
भोपाल। राजधानी पुलिस के नवागत पुलिस कमिश्नर हरिनाराण चारी मिश्र ने बुधवार की सुबह नवरात्री के पहले दिन भोपाल की कमान संभाल ली। बिना किसी देरी उन्होंने कल दिन भर अधिकारियों से वन टू वन किया। भोपाल पुलिस के आला अधिकारियों को उचित आदेश निर्देश जारी किए। भोपाल के नए पुलिस कमिश्नर ने अग्निबाण से खास बातचीत की है। उन्होंने बेबाक अंदाज में कहा कि इंदौर की जहां गुंडे वहां गुंडा अभियान जारी रहेगा। मसलन इंदौर की तर्ज पर भोपाल में गुंडा अभियान चलाया जाएगा। महिला अपराधों पर नकेल कसने हॉट स्पॉट चिन्हित किए जाएंगे। ट्रैफिक और अधिक व्यवस्थित करने यातायात जवानों की सड़कों पर तैनाती और अधिक बढ़ाई जा रही है।
सवाल:भोपाल में गुंडे बेखौफ हो रहे हैं,खुलेआम स्टंट करते और हवाई फायर करते वीडियो वयारल हो रहे हैं, कैसे नकेल कसेंगे?
जवाब: जहां गुंडे होते हैं वहां गुंडा अभियान चलाया जाता है। इंदौर में भी हमने ऐसा ही किया। इससे अपराधियों के दिल में पुलिस का खौफ बढ़ा। आदतन अपराधियों द्वारा किए जाने वाले अपराध के ग्राफ में कमी आई। यहां भी अभियान चलाकर गुंडे-बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आम लोगों के प्रति संवेदनशील नजर आएगी।
सवाल: बड़ते महिला अपराधों को कैसे कंट्रोल करेंगे?
जवाब: जहां से महिला संबंधी अपराधों से जुड़े अधिक कॉल आते थे, उन इलाकों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित किया जाएगा। ऐसे स्थानों पर पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी, इसमें कई स्कूल कॉलेज और पब्लिक प्लेस शामिल रहेंगे। ऐसा हमने इंदौर में किया था, जिसके परिणाम बहतर रहे। आदेश जारी किए जा रहे हैं कि महिला अपराधों की विवेचना इतनी बारीकी से की जाए कि आरोपी सजा से बच न सके। महिला अपराध से जुड़े मामलों में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी है।
सवाल: यातायात नियमों और रेड लाइट का उल्लंघन लोगों की आदत से नहीं जा रहा है, इसके लिए क्या करेंगे?
जवाब: ट्रैफि क को अधिक व्यवस्थित करने के लिए यातायात जवानों की संख्या में इजाफा किया जा रहा है। आठ सौ जवान राजधानी में तैनात करने के लिए ट्रैनिंग पर हैं। उनके आते ही सड़कों पर यातायात पुलिस की तैनाती बड़ा दी जाएगी। यातायात नियमों के प्रति जनता को और अधिक जागरुक करने के लिए ट्रैफिक अवेयनेस कार्यक्रम चलाएंगे। यातायात नियमों का आदतन उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई बढ़ाई जाएगी। वाहनों को जब्त करने से लेकर लायसेंस सस्पेंड कराने जैसे प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
सवाल: कमिश्नोरेट सिस्टम के तहत दूसरे पुलिस कमिश्नर के तौर पर पुलिसिंग में आपकी प्राथमिकताएं क्या हैं?
जवाब: कमिश्नरेट सिस्टम जनता के लिए बना है। जनता की सुनवाई हर हाल में करनी होगी। इस संबंध में सभी डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी और थाना प्रभारियों को निर्देशित किया जाएगा। पुलिस के अधिकारी जनता की समस्या सीधे सुने, फ ोन पर या फि र सोशल मीडिया पर, लेकिन किसी भी हाल में यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि जनता की सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
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