इन्दौर। आखिरकार कल नगर सरकार के लिए मतदान हो ही गया। 19 महापौर और 85 वार्डों में पार्षद पद के लिए 341 उम्मीदवार मैदान में थे। अब इनका भाग्य ईवीएम में बंद हो गया है, जो 17 जुलाई को ही खुलेगा। नगर निगम के कार्यकाल की अवधि समाप्त होने के बाद लगातार दो साल से निगम चुनाव कराने की मांग की जा रही थी, लेकिन चुनाव की लंबी खेंच हो ेगई थी। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार कल मतदान हो ही गया। अब 17 जुलाई का इंतजार है, जब नगरीय निकायों के चुनाव परिणाम लोगों के सामने आएंगे और तय हो जाएगा कि नगर सरकार के रूप में कौन राज करेगा? इंदौर में महापौर प्रत्याशी के लिए 19 प्रत्याशी मैदान में थे।
हालांकि मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में ही देखा गया, वहीं आम आदमी पार्टी की ओर से भी महापौर प्रत्याशी खड़ा किया गया था। इसके साथ ही दूसरे राजनीतिक दलों के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी महापौर के लिए अपना भाग्य आजमा रहे थे। सबसे ज्यादा 341 प्रत्याशी पार्षद पद के लिए मैदान में थे। कई स्थानों पर 6 से अधिक प्रत्याशी भी थे। इस बार बागियों की संख्या बढ़ने के कारण भी यह स्थिति बनी और प्रत्याशियों की संख्या बढ़ती गई।
कांग्रेस और भाजपा के पार्षद प्रत्याशियों के अलावा आम आदमी पार्टी, कम्यु़निस्ट पार्टी, बसपा और एआईएमआईएम के पार्षद पद के उम्मीदवार भी मैदान में थे। अब 17 जुलाई का सबको इंतजार है, जब नगर सरकार के परिणम आएंगे। पहले चरण, जिसमें 11 नगर निगम शामिल है कि मतगणना 17 तारीख को होना है तो दूसरे चरण के मतदान की गणना 18 जुलाई को होगी। इसके पहले 14 जुलाई को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाामों की अधिकृत घोषाण हो जाएगी।
कैमरे पर 24 घंटे कांग्रेसी निगाहें…
नेहरू स्टेडियम में बने स्ट्रांग रूम को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है। स्ट्रांग रूम के अंदर और बाहर भी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी पर नजर रखी जा सके। कांग्रेस ने अपनी ओर से एक कार्यकर्ता की यहां ड्यूटी लगाई गई है, जो कैमरों के फुटेज देख रहा है, ताकि अगर कोई गड़बड़ी हो तो उस पर आपत्ति ले सके। कांग्रेस के अलावा कोई दूसरे दल का प्रतिनिधि यहां नजर नहीं आया।
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