- उज्जैन से पालतू पैट्स ट्रेन में कर सकते है सफर, वजन के हिसाब से है किराया
- मालिक के साथ एसी कोच में जाने की भी सुविधा-आए दिन पुणे और गुजरात भेजे जाते है ये पालतू पशु
उज्जैन। रेलवे स्टेशन से पालतू कुत्ता व बकरा-बकरी अपने मालिक के साथ ट्रेन में सफर कर सकते हैं। इसके लिए सभी सुपरफास्ट व एक्सप्रेस ट्रेनों के गार्ड डिब्बे में एक पेट बॉक्स होता है। इसी बॉक्स में कुत्ते व अन्य पैट्स को ले जाने की सुविधा है, लेकिन यह सुविधा केवल उन्हीं लोगों को दी जाती हैं जो रिजर्वेशन टिकट लेकर सफर करते हैं।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन रेलवे स्टेशन पर पालतू जानवर को ट्रेन से बाहर भेजने की व्यवस्था काफी पुरानी है। इनकी बुकिंग पार्सल ऑफिस में होती है। हर पालतू का उसके वजन के हिसाब से किराया तय है। वर्तमान में कुत्ते का 55 रुपए तो 30 किलो तक के बकरे का 80 रुपए किराया लगता है। वजन ज्यादा होने पर किराया भी बढ़ जाता है, वहीं ट्रेन में यात्रा के दौरान पालतू की देखभाल की सारी जिम्मेदारी गार्ड की होती है। जब गार्ड को लगता है कि जानवर भूखा है तो उसके मालिक को फोन कर बुलाया जाता है और मालिक ही जानवर को खाना खिलाता है। इसके अलावा उज्जैन रेलवे स्टेशन पर एसी फस्र्ट में यात्रा करने वाले लोगों को पालतू को साथ ले जाने की सुविधा है, लेकिन इसके लिए पूरा केबिन रिजर्व कराना पड़ता था। बता दें कि पेट बॉक्स के लिए 40 किग्रा और एसी फस्र्ट के केबिन में 60 किग्रा सामान की दर से किराया लगता है।
एक व्यक्ति सिर्फ दो जानवर ले जा सकता हैं
रेलवे के नियम अनुसार एक व्यक्ति को सफर के दौरान केवल दो पालतू पैट्स को ट्रेन में ले जाने की अनुमति हैं, वहीं मादा जानवर के साथ दो बच्चों को जाने की रियायत हैं। खास बात यह है कि उज्जैन से कुत्ता और बकरा ही ट्रेन में सबसे ज्यादा सफर कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन के पार्सल ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन की बुकिंग के लिए हर पैट्स का रजिस्ट्रेशन कार्ड या पशु डॉक्टर का वेक्सिनेशन लेटर जरूरी है। इसके बिना ट्रेन में पैट्स के जाने की बुकिंग नहीं होती हैं।