नई दिल्ली। ज्यादातर आपने किसी भी सरकारी सम्मपत्ति के पास स्लोगन (Slogan) जरूर देखे होंगे जिन पर लिखा होता कि यह सम्पत्ति आपकी की है। यहां तक कि ट्रेनों व स्टेशनों पर ‘रेलवे की संपत्ति (Railway property at stations) आपकी संपत्ति है’ लिखा हुआ जरूर देखा होगा। इस स्लोगन को कुछ लोग ज्यादा ही सीरियस ले लेते हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं कि कुछ लोग भारतीय रेलवे (Indian Railways) की संपत्तियों को भी चुरा कर ले जाते हैं, हालांकि कभी कभी ट्रेनों में चोर चोरी को अंजाम दे देते हैं।
आपने सुना होगा कि पहले ट्रेनों में बहुत चोरी हुआ करती थी. चोर ट्रेन में से पंखे, बल्ब जैसी चीजें चुरा कर ले जाते थे. पहले के समय में ट्रेनों से पंखे चोरी हो जाना आम बात थी। इसके बाद रेलवे ने इससे निपटने के लिए एक ऐसा तरीका निकाला, जिसके बाद चोर चाहकर भी ट्रेन के पंखे की चोरी नहीं कर पाते।
बता दें कि रेलवे ने चोरी के बढ़ते मामलों को देखते हुए अपना दिमाग दौड़ाया और पंखों को कुछ इस तरह से डिजाइन किया कि वो घरों में चल ही नहीं सकते। ये पंखे तब तक ही पंखे हैं जब तक इन्हें कोच में लगाया जाता है। अगर इन्हें कोच से बाहर निकाल दिया जाए तो ये पूरी तरह से खराब हो जाते हैं, क्योंकि ट्रेनों में लगाए जाने वाले पंखों को 110 वोल्ट का बनाया जाता है, जो सिर्फ DC से चलता है।
घरों में इस्तेमाल होने वाली DC बिजली 5,12 या 24 वोल्ट से अधिक नहीं होती, ऐसे में आप इन पंखों को अपने घरों में इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसलिए, ट्रेन में लगाए जाने वाले पंखे सिर्फ ट्रेन में ही चल सकते हैं।