बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु के जिगानी में एक घर में एक तेंदुआ घुस आया, जिसे देखकर घर में मौजूद लोग घबरा गए. हालांकि वह सूझबूझ से घर से बाहर आ गए और तेंदुए को कमरे में ही लॉक कर दिया. दरअसल, बेंगलुरु में वेंकटेश नाम के शख्स के घर में तेंदुआ घुस आया था. जब वह सुबह अपने घर पर टीवी देख रहे थे. पहले वह तेंदुए को देखकर घबरा गए. वेंकटेश अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर पर थे. फिर वह सभी बाहर भाग गए और दरवाजा बंद कर लिया.
वेंकटेश, उनकी पत्नी वेंकट लक्ष्मी और बेटा निखिल के साथ घर पर टीवी देख रहे थे. तेंदुआ सुबह करीब आठ बजे उस समय घर में घुस आया, जब वेंकटेश अपनी पत्नी के साथ थे. वेंकटेश ने जब तेंदुए को अपनी ओर आते देखा तो वह पल भर के लिए डर गया, लेकिन वेंकटेश ने समय का ध्यान रखते हुए अपनी पत्नी को घर से बाहर निकाला और दरवाजा बंद कर लिया. इससे तेंदुआ घर के अंदर बंद हो गया और बाद में पुलिस और वन विभाग को इसकी जानकारी दी.
इस बात की जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों को लगी तो वेंकटेश के घर के आसपास सैकड़ों लोग जमा हो गए. पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घर में बंद तेंदुए को पकड़ा. घर में घुसा तेंदुआ बेडरूम में था. वन कर्मियों ने तेंदुए को बेहोशी का इंजेक्शन लगाने के लिए कड़ी मेहनत की. डॉक्टर किरण ने तेंदुए को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया. बेहोश हो जाने के बाद तेंदुए को पिंजरे में बंद कर दिया गया. इस दौरान तेंदुए को पिंजरे में बंद करने में पूरे चार घंटे का समय लग गया.
चार घंटे के लगातार ऑपरेशन के बाद आखिरकार तेंदुआ पकड़ लिया गया. ऑपरेशन चीता के दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी. जिस घर में तेंदुआ घुसा था. उसके मालिक वेंकटेश ने कहा, “सुबह 8 बजे करीब हम टीवी देख रहे थे. तभी तेंदुआ अचानक घर में घुस आया, जिसे देखकर हम डर गए. लेकिन फिर मैं बाहर आया और खुद ही दरवाजा बंद कर लिया. भगवान का शुक्र है. अब कोई खतरा नहीं है.”
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