शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में एक दर्जन नाकों पर वाहनों की जांच, सोशल मीडिया पर विवादित और भ्रामक पोस्ट रोकने के भी किए दावे
इन्दौर। चुनावी आचार संहिता (Electoral Code of Conduct) लगने ही वैसे तो पूरी प्रशासनिक मशीनरी चुनाव आयोग (Election Commission) के अधीन आ जाती है। मगर रिटर्निंग अधिकारियों (Returning Officers) की जिम्मेदारी चूंकि चुनावी प्रक्रिया को करवाने की रहती है। लिहाजा उन्हें तो आयोग के दिशा-निर्देश मानना ही पड़ते हैं, वहीं कानून व्यवस्था के साथ-साथ शांतिपूर्वक मतदान करवाने की जिम्मेदारी पुलिस महकमे (Police Department पर रहती है। लिहाजा कल शासन ने गजट नोटिफिकेशन (Gazette Notification) करते हुए पूरे पुलिस महकमे की जिम्मेदारी आयोग को सौंप दी। गृह मंत्रालय के इस नोटिफिकेशन में प्रदेश पुलिस के मुखिया यानी पुलिस महानिदेशक से लेकर जिलों में तैनात एसपी सहित अन्य सारे अधीनस्थ अधिकारी शामिल हैं।
गृह विभाग द्वारा कल जारी किए गए गजट नोटिफिकेशन में कहा गया कि विधानसभा चुनाव 2023 के लिए शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस महानिदेशक और उनके अधीन सारे पुलिस अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग को प्रतिनियुक्ति पर सौंपा जाता है। इन्हें लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 28 (क) के लिए नामांकित अधिकारी माना जाए। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवम्बर को मतदान और 3 दिसम्बर को मतगणना होना है और चुनाव संबंधी अधिसूचना 21 अक्टूबर को जारी होने के साथ नामांकन-पत्र जमा करने का काम शुरू हो जाएगा, जो 30 अक्टूबर तक चलेगा और फिर 31 अक्टूबर को नामांकन-पत्रों की जांच के बाद 2 नवम्बर तक नाम वापसी हो सकेगी। लिहाजा कानून व्यवस्था से लेकर आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई के लिए पुलिस महकमे को आयोग के अधीन किया गया है। दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन ने आचार संहिता लागू होने के साथ ही मैदानी कार्रवाई भी शुरू कर दी। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के मुताबिक शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी भवनों, सार्वजनिक स्थलों, मार्गों, वाहनों से फ्लेक्स, पोस्टर, बैनर, झंडे हटाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ ग्रामीण आईजी राकेश श्रीवास्तव, डीआईजी आरके हिंगनकर के निर्देश पर एसपी ग्रामीण सुनील मेहता और एएसपी रुपेश द्विवेदी ने दो दर्जन नाके तैयार करवाकर वाहनों की जांच-पड़ताल शुरू करवा दी। किशनगंज, मानपुर, देपालपुर, बेटमा, गौतमपुरा, क्षिप्रा, चंद्रावतीगंज, सिमरोल, खुड़ैल, सांवेर सहित अन्य क्षेत्रों में ये नाके लगाए गए। वहीं असामाजिक तत्वों के खिलाफ बॉण्डओवर के साथ जिलाबदर, रासुका सहित अन्य प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी शुरू की गई है। अवैध शराब, आम्र्स एक्ट से लेकर अन्य धाराओं में कार्रवाई करने के साथ-साथ वारंटियों की धरपकड़ भी की जा रही है। अभी एक दर्जन से अधिक वारंटियों को गिरफ्तार भी किया गया और जितने भी थानावार लम्बित प्रकरण और वारंटी हैं उनकी भी सूची बनाकर संबंधित थाना प्रभारियों को दी जा रही है।
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