उज्जैन। बूस्टर डोज का महा अभियान शुरू होने से पहले निर्धारित टीकाकरण केंद्रों पर कम लोग टीके लगवाने पहुंच रहे थे। उस दौरान कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन के 1 लाख 20 हजार डोज का स्टाक था और इसमें से लगभग 90 हजार वैक्सीन के डोज एक्सपायरी डेट 11 अगस्त थी। महा अभियान के कारण यह टीके लग गए हैं और खराब होने से बच गए हैं। वैक्सीनेशन अभियान के तहत जिले में नागरिकों को वैक्सीन का तीसरा अर्थात बूस्टर डोज लगाने के लिए 21 जुलाई से चरणबद्ध अभियान शुरू किया गया था। 27 जुलाई को महा अभियान आयोजित कर जिले के 467 सेंटरों पर 54 हजार बूस्टर डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इस अभियान में 44 हजार 600 से ज्यादा लोगों ने एक ही दिन में बूस्टर डोज लगवाए थे। यह अभियान अगस्त महीने तक जारी रहना है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. केसी परमार ने बताया कि वैक्सीनेशन अभियान में अभी तक 53 हजार से अधिक 18 वर्ष से अधिक के नागरिकों को बूस्टर डोज लगा दिया गया है।
इसके बावजूद पूरे जिले में अभी भी करीब 11 लाख लोग शेष रह गए हैं जिन्हें बूस्टर डोज लगना है। सतत अभियान के कारण जिले के लिए अब लगभग 13 हजार कोवैक्सीन के डोज रह गए हैं। लगभग 10 दिन पहले तक अभियान से पहले विभाग के पास कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन के 1 लाख 20 हजार डोज का स्टाक था। इसमें से लगभग 90 हजार डोज की एक्सपायरी डेट 11 अगस्त थी। इससे पहले ही अभियान में यह डोज लग गए और एक्यपायर होने से बच गए। उन्होंने कहा कि अभियान अगस्त के पूरे महीने चलेगा। आज शाम तक कोवैक्सीन के लगभग 25 हजार डोज और आ जाएंगे। इसका स्टाक खत्म होने के बाद मांग की गई है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने पहले बूस्टर डोज के लिए 9 से 12 माह की अवधि तय की थी। लेकिन पिछले महीने यह अवधि घटाकर 6 माह कर दी थी और नि:शुल्क भी कर दिया था। इसके बाद से ही केंद्रों पर बूस्टर डोज लगवाने वाले नागरिकों की संख्या बढऩे लगी थी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved