उज्जैन। माधव नगर, जिला अस्पताल और चरक अस्पताल में लगातार वायरल फीवर और डेंगू के लक्षणों वाले मरीज बढ़ते जा रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल है। जिला अस्पताल में तो स्थिति यह है कि कई मरीजों को बेड नहीं होने के कारण जमीन पर लेटाकर उपचार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले एक हफ्ते में वायरल बुखार के साथ-साथ डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। चरक अस्पताल में ही करीब 100 से ज्यादा वायरल प्रभावित बच्चे भर्ती है। जिनकी उम्र 1 से लेकर 12 साल तक की हैं। इनमें ज्यादातर बच्चे सर्दी-जुकाम के साथ बुखार से पीढि़त है। कई बच्चों में डेंगू की पुष्टि भी हो गई है, जबकि अन्य कुछ बच्चों में भी लक्षक के चलते डेंगू की आशंका है।
चरक अस्पताल के अलावा जिला अस्पताल और माधव नगर अस्पताल के वार्डों में भी वायरल बुखार के मरीज भर्ती हो रहे हैं। जिला अस्पताल के एफ वार्ड को दो दिन पहले खोला गया था। मरीज बढऩे के कारण अब यहां भी बेड पर जगह नहीं मिलने से कई मरीजों को पलंग के साइड में बेड बिछाकर उपचार किया जा रहा है। निजी अस्पतालों में भी यही हाल है। हर अस्पताल में इसी तरह के मरीज भर्ती हो रहे हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. जितेन्द्र शर्मा के अनुसार बच्चों को वायरल और डेंगू से बचाने के लिए पालकों को सावधानी बरतनी होगी। सिविल सर्जन डॉ. पी.एन. वर्मा के अनुसार लगातार मरीज बढऩे से अस्पताल में बेड खाली नहीं होने के कारण कुछ लोगों को जमीन पर लेटाकर उपचार किया जा रहा है। सबको उपचार मिले इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
40 मरीज सरकारी रिकार्ड में
इस संबंध में प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एस.के. अखण्ड ने बताया कि विभाग के रिकार्ड में अभी तक 140 सेंपलों की जांच में से 40 डेंगू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 33 मामले तो इसी महीने के है। जहां भी डेंगू के मरीज पॉजिटिव मिलते जा रहे हैं वहां इलाकों में डेंगू का लार्वा नष्ट करने के लिए टीम पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि यह नहीं बताया जा सकता है कि निजी अस्पतालों में डेंगू के कितने पॉजिटिव मरीजों को इलाज चल रहा है। क्योंकि निजी अस्पतालों से इसकी जानकारी मलेरिया विभाग को नहीं भेजी जा रही।
प्रायवेट अस्पताल में भी बेड नहीं मिल रहे
बढ़ते वायरल फीवर और डेंगू मरीजों की भीड़ शहर के निजी अस्पतालों में भी उमड़ रही है। जिस तरह कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को रूपये देते हुए अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे थे, वहीं स्थिति अब वायरल और डेंगू का उपचार कराने जा रहे लोगों की निजी अस्पतालों में हो रही है। कई निजी अस्पतालों ने कोरोना के बाद अब वायरल और डेंगू के प्रकोप में भी आपदा को अवसर बना लिया है।
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