नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष(Pitru Paksha ) बहुत अधिक महत्व होता है. इसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है, क्योंकि इस पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए परिजनों द्वारा तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध किया जाता है. पितृ पक्ष में विधि पूर्वक श्राद्ध कर्म(shraadh ceremony) करने से पितृ प्रसन्न होकर अपने परिजनों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं लेकिन जब परिजन पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म नहीं करते है तो पितर अपना तिरस्कार समझते हैं. इससे वे नाराज हो जाते हैं. पितरों की नाराजगी परिजनों को भारी पड़ जाती है. उनके नाराज (angry) होने से घर में अशांति फ़ैल जाती है. पारिवारिक सदस्य बीमार (Sick) होने शुरू हो जाते हैं. घर में अनेक प्रकार की अशुभ घटनाएं होती है. इस लिए कभी पितरों को नाराज नहीं होने देना चाहिए. इसके लिए ये उपाय (Remedies) करने चाहिए.
पितरों को प्रसन्न करने के उपाय
तस्वीर लगाएं और पूजा पाठ करें
घर में अपने पितरों की ऐसी तस्वीर लगायें जिसमें वे हंसते मुस्कराते हों. ऐसा करने से पितर खुश रहते हैं. पितरों की तस्वीर लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि यह तस्वीर घर की दक्षिण-पश्चिम दीवार या कोने में लगाएं. पितरों की प्रसन्नता से घर में शांति बनी रहती है और घर की तरक्की होती है.
खास दिनों को मनाएं
पितरों की जयंती और पुण्य तिथि जरूर मनानी चाहिए. इससे पितर खुश होते हैं. उनके बरसी या पुण्य तिथि या सालगिरह पर गरीब और जरूरतमंदों लोगों को भोजन कराना चाहिए तथा यथा शक्ति दान भी देना चाहिए. इससे उनकी कृपा हमेशा आप पर बनी रहती है.
दान दक्षिणा करें
पितरों को प्रसन्न करने के लिए किसी गरीब को भोजन, कपड़े, जूते-चप्पल, पैसे आदि चीजों का दान करना चाहिए.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं हम इसकी जांच या सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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