नई दिल्ली: साल 1912 में समुद्र में टाइटैनिक जहाज (Titanic ship) के डूबने की घटना पर बनाई गई फिल्म के डायरेक्टर जैम्स कैमरन (director james cameron) ने टाइटन पनडुब्बी डूबने की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा जैसे ही पनडुब्बी का संपर्क सतह पर मौजूद जहाज से टूटा था तभी मुझे समझ आ गया था कि उसमें ब्लास्ट हुआ है. यह पनडुब्बी (submarine) ब्रिटेन के कुछ रईसों को समंदर में डूबे टाइटैनिक शिप (titanic ship) दिखाने के लिए रविवार को निकली थी. कुछ देर बाद ही उसका संपर्क मुख्य जहाज से टूट गया था. यूएस कोस्ट गार्ड ने गुरुवार को डूबी हुई पनडुब्बी टाइटन का मलबा बरामद किया.
जैम्स कैमरन ने कहा, ‘हमें एक घंटे के बाद ही सबमरीन में विस्फोट होने की पुष्टि हो गई थी. जैसे ही सबमरीन लापता हुई थी तभी एक जोरदार टकराने की आवाज भी आई थी. यह आवाज हाइड्रो फोन (पानी में घ्वनि तरंगों को पता लगाने वाला यंत्र) पर आई थी. ट्रांसपोंडर का खोना, संचार का टूटना, मुझे पता चल गया था कि क्या हुआ है. पनडुब्बी फट गई थी. मैंने सोचा कि यह एक भयानक विचार था. काश मैं बोलता लेकिन मैंने मान लिया कि कोई मुझसे ज्यादा होशियार है, आप जानते हैं क्योंकि मैंने उस तकनीक के साथ कभी प्रयोग नहीं किया लेकिन यह पहली नजर में ही खराब लग रहा था.’
कैमरन ने साल 1912 में टाइटैनिक शिप के डूबने और टाइटन पनडुब्बी के बीच में तुलना भी की. उन्होंने कहा कि दोनों ही मामलों में जो लोग नेतृत्व कर रहे थे उन्होंने चेतावनी को नजरअंदाज किया जिसके चलते लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई. जेम्स कैमरन ने समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से एबीसी न्यूज को बताया, ‘मैं टाइटैनिक दुर्घटना की समानता से ही चकित हूं जहां कैप्टन को बार-बार यह बताया गया कि आगे बर्फ की बड़ी चट्टान है लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया और बिना चंद्रमा वाली उस रात को वो पूरी स्पीड से जहाज को चलाते रहे. जिसके चलते बहुत सारे लोगों की मौत हो गई.’ ‘अब उसी तरह की एक और घटना में उसी स्थान पर चेतावनी पर फिर से ध्यान नहीं दिया गया. दुनिया भर में जो गोताखोरी चल रही है, उसे देखते हुए, मुझे लगता है कि यह बहुत आश्चर्यजनक है.’
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